Delhi Air Quality Index Today, (दिल्ली में आज का वायु गुणवत्ता सूचकांक): दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में प्रदूषण की समस्या लगातार गहराती जा रही है, जिससे जनजीवन पर बुरा असर पड़ रहा है। बुधवार की सुबह दिल्ली के आसमान में धुंध की मोटी परत ने वीजिबिलिटी को बेहद कम कर दिया। वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) “बहुत खराब” श्रेणी में पहुंच गया, जो चिंता का कारण बना हुआ है। वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान और अनुसंधान प्रणाली (SAFAR) के अनुसार, बुधवार सुबह 8 बजे दिल्ली का एक्यूआई 354 दर्ज किया गया, जो “बहुत खराब” श्रेणी में आता है। विशेषज्ञों का कहना है कि एक्यूआई में इस स्तर की वृद्धि से लोगों के स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है, खासकर बुजुर्गों, बच्चों और उन लोगों पर जिन्हें पहले से सांस की बीमारी है।
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) द्वारा प्रदूषण नियंत्रण के लिए लागू किए गए ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) का दूसरा चरण लागू होने के बावजूद, दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का स्तर कम नहीं हो रहा है। इस योजना के तहत सख्त नियम लागू किए गए हैं, लेकिन इसके बावजूद प्रमुख इलाकों जैसे अलीपुर, आनंद विहार, द्वारका, पंजाबी बाग और रोहिणी में हवा की गुणवत्ता “बहुत खराब” रही। विभिन्न क्षेत्रों में दर्ज की गई वायु गुणवत्ता के आंकड़े बताते हैं कि अधिकतर जगहों पर प्रदूषण का स्तर 301 से 400 के बीच है, जिसे “बहुत खराब” श्रेणी में रखा जाता है। इसके अलावा, आने वाले दिनों में भी प्रदूषण के इस स्तर में सुधार की उम्मीद कम नजर आ रही है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि इस स्थिति में लोगों को बाहर निकलने से बचना चाहिए और विशेष रूप से बुजुर्ग, बच्चे और गर्भवती महिलाओं को सावधानी बरतनी चाहिए। प्रदूषण के इस स्तर पर मास्क पहनना अनिवार्य हो गया है और घरों में एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल भी फायदेमंद हो सकता है।
Delhi Pollution Today Live: दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को लेकर एलजी ने दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी को पत्र लिखा है। जिसमें उन्होंने कई मुद्दों को उठाया है।
Delhi Pollution Today Live: करनाल राष्ट्रीय राजमार्ग 44 के पास पराली जलाई गई।
Delhi Pollution Today Live: दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) बेहद खराब के स्तर पर पहुंच गया है। मंगलवार शाम यह 335 दर्ज किया गया था। सबसे खराब हालात आनंद विहार का है। यहां एक्यूआई 412 पहुंच गया। जहांगीरपुरी में एक्यूआई 384, सोनिया विहार में 363, वजीरपुर में 356, विवेक विहार में 353, अशोक विहार में 353, बवाना में 370, बुराड़ी क्रॉसिंग में 360, द्वारका सेक्टर 8 में 332, आईजीआई पर 325, आया नगर में 319 दर्ज किया गया है।
Delhi Pollution Today Live: दिल्ली और एनसीआर में प्रदूषण की गंभीर समस्या को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने सख्त रुख अपनाया है। बुधवार को इस मामले की सुनवाई करते हुए कोर्ट ने पंजाब और हरियाणा सरकारों को पराली जलाने के मामलों में कार्रवाई न करने पर फटकार लगाई।
वायु प्रदूषण और GRAP-II उपायों पर दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा, "...उत्तर-पश्चिम दिशा में हवा चलने के कारण हरियाणा, पंजाब और पड़ोसी क्षेत्रों में पराली जलाने की घटनाओं का दिल्ली पर असर बढ़ने की आशंका है। हमने सभी संबंधित विभागों को अलर्ट मोड पर रहने को कहा है क्योंकि पराली जलाने से निकलने वाले धुएं का असर बढ़ सकता है। अगर मौसम प्रतिकूल रहा तो प्रदूषण का स्तर बढ़ सकता है।"
Delhi Pollution Today Live: दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय कहते हैं, "आज मैं तीसरी बार केंद्रीय पर्यावरण मंत्री को पत्र लिख रहा हूं कि वे एक बैठक बुलाएं और आईआईटी कानपुर द्वारा दिए गए कृत्रिम बारिश के प्रेजेंटेशन पर चर्चा करें... डेढ़ महीने पहले भी मैंने उन्हें पत्र लिखकर बैठक बुलाने के लिए कहा था ताकि इसे दिल्ली में भी लागू किया जा सके... अगर हम अभी बैठक नहीं करेंगे तो हम इस बार भी प्रयोग नहीं कर पाएंगे...।"
Delhi Pollution Today Live: राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता बेहद खराब होने के बाद प्रदूषण से निपटने के लिए शहर में पानी का छिड़काव किया जा रहा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि इस स्थिति में लोगों को बाहर निकलने से बचना चाहिए और विशेष रूप से बुजुर्ग, बच्चे और गर्भवती महिलाओं को सावधानी बरतनी चाहिए। प्रदूषण के इस स्तर पर मास्क पहनना अनिवार्य हो गया है और घरों में एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल भी फायदेमंद हो सकता है।
Delhi Pollution Today Live: सरकार और संबंधित एजेंसियां लगातार प्रदूषण के स्तर को कम करने के प्रयास में जुटी हुई हैं। परिवहन नियमों में सख्ती, निर्माण गतिविधियों पर नियंत्रण और औद्योगिक उत्सर्जन को सीमित करने के उपाय किए जा रहे हैं। हालांकि, प्रदूषण पर काबू पाना एक बड़ी चुनौती बना हुआ है।
Delhi Pollution Today Live: विशेषज्ञों ने आम लोगों को सलाह दी है कि वे जितना हो सके सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करें, निजी वाहनों का इस्तेमाल कम करें और पेड़-पौधे लगाने जैसे छोटे लेकिन प्रभावी कदम उठाएं। प्रदूषण से निपटने के लिए सामूहिक प्रयास ही एकमात्र स्थायी समाधान हो सकता है।