उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ के बीच जल्द ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दिल्ली के चुनाव प्रचार को संभालने जा रहे हैं। वहीं, कुंभ मेले में फरवरी के पहले सप्ताह में प्रधानमंत्री और माह के अंत में गृह मंत्री के शामिल होने की संभावना जताई जा रही है। इसके लिए जमीनी स्तर पर सभी एजंसियों की तैयारियां चल रही है। सूत्रों की माने तो कुंभ की आपाधापी के बीच ही योगी दिल्ली में चुनाव प्रचार की डोर संभालेंगे।
इस प्रचार में प्रधानमंत्री-गृह मंत्री समेत केंद्रीय कैबिनेट के अन्य कई बड़े चेहरे शामिल रहेंगे। दिल्ली उम्मीदवारों की तरफ से लगातार योगी की सभाओं की मांग की जा रही है, जिसके बाद योगी का औपचारिक चुनाव कार्यक्रम तैयार किया गया है। पार्टी सूत्र बताते हैं कि योगी की रैली की शुरूआत दिल्ली में गुरुवार से होने संभावित है और पूर्वांचल बहुल इलाके में पहली रैली होनी संभावित है।
एक दिन में होगी तीन से चार जनसभा
एक दिन में योगी की तीन से चार संभाएं होने की संभावना जताई जा रही है। योगी के चुनावी कार्यक्रम का प्रारूप तैयार किया जा रहा है और इसी रणनीति के हिसाब योगी कई सभाओं में शामिल होंगे। संभावना जताई जा रही है कि योगी दिल्ली की विभिन्न विधानसभाओं में एक दर्जन के करीब सभाएं कर सकते हैं। यह कार्यक्रम कार्यक्रम एक फरवरी तक चलना संभावित है।
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जिन इलाकों में योगी की सभाओं की सबसे अधिक मांग आ रही है। उन इलाकों में पूर्वांचली और उत्तराखंडी मतदाताओं की भरमार है। ऐसी विधानसभाओं में किराड़ी, जनकपुरी, उत्तम नगर, मुस्तफाबाद, शाहदरा, घोंडा, पटपड़गंज, महरौली, आरके पुरम, छत्तरपुर, पालम, बिजवासन, द्वारका समेत कई इलाके शामिल हैं।
योगी की है विशेष डिमांड
इन क्षेत्रों की मांग के आधार पर ही एक विशेष टीम द्वारा चुनावी कार्यक्रम तैयार किया जा रहा है। जैसे ही इस चुनावी कार्यक्रम की बैठकें खत्म होंगी, वैसे ही उत्तर प्रदेश में कुंभ में बड़े नेताओं का आना तेज हो जाएगा। इसके बाद योगी सीधे इन कार्यक्रम से जुड़े रहेंगे।
हाल ही में हुई कुंभ के दौरान आगजनी की घटना राज्य सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती रही है और करीब डेढ़ घंटे तक चले लंबे प्रयासों के बाद इस पर काबू पाया गया था। रैली के साथ-साथ बतौर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री कुंभ का सफल आयोजन बड़ी चुनौती है। कुंभ में बड़ी संख्या में श्रद्धालु डुबकी लगाने के लिए पहुंच रहे है और इनकी बड़ी संख्या में देसी-विदेशी मेहमान शामिल है। महज आठ दिनों के अंदर ही कुंभ में स्रान करने वाले श्रद्धालुओं का आंकड़ा करोड़ों की संख्या को पार कर गया है।