संशोधित नागरिकता कानून (CAA) के विरोध में चल रहे प्रदर्शनों के कारण गुरुवार (19 दिसंबर) को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में सुबह के ऑफिस समय में भीषण जाम लग गई है। बता दें कि दिल्ली-गुडगांव मार्ग में वाहनों की लंबी कतारें नजर आईं। विरोध से पूरा दिल्ली छावनी में तबदील हो गई है। वहीं पश्चिम बंगाल, असम और मेघालय में हालात शांतिपूर्ण रहे लेकिन बिहार में CAA के विरोध में वामपंथ से जुड़े छात्र संगठनों द्वारा बंद के दौरान प्रदर्शनकारियों ने रेल और सड़क यातायात को भी रोका है। इसके साथ हिंसा वाली जगहों पर मोबाइल सेव भी बंद कर दी गई है। दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) ने विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर गुरुवार को सबसे व्यस्त राजीव चौक सहित 19 मेट्रो स्टेशनों के प्रवेश और निकास द्वार को भी बंद कर दिए हैं। इसके साथ 19 फ्लाइट्स भी रद्द हो गई है।

कई जगहों पर हुआ ट्रैफिक जामः मामले में दिल्ली यातायात पुलिस ने ट्वीट कर कहा, ‘पुलिस ने अवरोधक लगाए हैं और गुड़गांव से दिल्ली आने वाले वाहनों की जांच की जा रही है जिसके कारण उन मार्गों में यातायात प्रभावित हुआ है।’ पुलिस ने बताया कि स्वाभिमान रैली के कारण दिल्ली गेट से जीपीओ तक भारी ट्रैफिक जाम है। इसके अलावा सुभाष मार्ग, पीली कोठी, श्यामा प्रसाद मुखर्जी मार्ग, लाल किला और पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन मार्ग पर यातायात प्रभावित हुआ है।अधिकारी यातायात की स्थिति पर लगातार ट्वीट कर जानकारी दे रहे हैं।

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प्रदर्शन के लिए दिल्ली पुलिस नहीं दी थी इजाजतः दिल्ली पुलिस ने ट्वीट किया, ‘प्रदर्शनों के कारण आया नगर सीमा से दिल्ली की ओर और कापसहेड़ा सीमा से दिल्ली की ओर भारी यातायात है। मथुरा रोड से कालिंदी कुंज के बीच सड़क संख्या 13ए यातायात के लिए बंद है। नोएडा से दिल्ली आने वाले लोगों को डीएनडी अथवा अक्षरधाम मार्ग पकड़ने की सलाह दी जाती है।’ धारा 144 लागू होने के बावजूद प्रदर्शनकारी लाल किले और मंडी हाउस में जमा हो गए हैं। पुलिस ने बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया है। पुलिस ने कहा कि इन प्रदर्शनकारियों को प्रदर्शन के लिए दिल्ली पुलिस की इजाजत नहीं मिली थी।

बिहार में बैठे रेलवे पटरियों पर कार्यकर्ताः पटना में एआईएसएफ और एआईएसए जैसे वामपंथी छात्र संगठनों के कार्यकर्ता सुबह राजेंद्र नगर टर्मिनस में प्रवेश कर पटरियों पर बैठ गए। इससे करीब आधे घंटे तक रेल यातायात बाधित रहा। आरपीएफ के जवानों ने प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा जिसके बाद यातायात को बहाल किया जा सका। वही सुबह दस बजे पप्पू यादव की जन अधिकार पार्टी (जेएपी) के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने स्टेशन के सामने वाली सड़क पर टायर जलाए और कार्यकर्ता पटरियों पर बैठ गए। बिहार के अन्य जिलों में भी हिंसा प्रदर्शन हुआ।