उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दिल्ली विधानसभा के चुनाव में सबसे अधिक मांग है। राज्य की सभी सत्तर विधानसभा सीटों के लिए होने वाले इस चुनाव में लगभग हर उम्मीदवार योगी की सभा व रैली चाहता है। इसके लिए नामांकन दाखिल कराने वाले नेता इस समय प्रदेश नेताओं के पास योगी की रैली के लिए हाजिरी लगा रहे हैं। पार्टी ने हाल ही में विधानसभा चुनाव के लिए अपने चालीस प्रमुख प्रचारक चुनाव मैदान में उतारे हैं, जिनमें योगी आदित्यनाथ का नाम भी शामिल है।

विशेश टीम देख रही प्रमुख नेताओं के प्रचार

प्रदेश स्तर पर एक विशेष टीम का गठन किया गया है, जो कि खास प्रवास और प्रमुख प्रचारकों के कामकाज को देख रही है। उम्मीदवारों से आने वाले इन आग्रह को इस टीम को भेजा जा रहा है और केंद्रीय नेताओं से विस्तृत चर्चा के बाद सभाओं की सूची पर सहमति बनेगी।

हिंदुत्व कार्ड खेल रही बीजेपी

हालांकि, चुनाव प्रचार शुरू होने से पहले ही दिल्ली में ऐसे कई पोस्टर बैनर भी नजर आए थे, जिससे विधानसभा सीटों पर हिंदुत्व कार्ड को भाजपा ने आगे बढ़ने की कोशिश की है। इन सीटों के चुनावी समीकरण भी कुछ इसी प्रकार के हैं और राजनीतिक दलों ने इसी अंदाज में उम्मीदवारों का चयन भी किया है।

सैफ अली खान पर हमले के बाद दिल्ली में अवैध बांग्लादेशियों के खिलाफ होगा बड़ा एक्शन, LG ने कमिश्नर को दिए निर्देश

पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, दिल्ली विधानसभा चुनाव में इसी सप्ताह से मुख्यमंत्री योगी की सभाओं व रैलियों का दौर शुरू होने की तैयारियां की जा रही हैं। योगी की सबसे अधिक मांग पश्चिमी उत्तर प्रदेश से सटी विधानसभाओं से आ रही हैं। इनमें पूर्वी और उत्तर पूर्वी दिल्ली संसदीय क्षेत्र की सीट शामिल है। इन क्षेत्रों में मुस्तफाबाद, घोंडा, शाहदरा, पटपड़गंज, आरके पुरम, पालम, बिजवासन और द्वारका जैसी अहम सीटें हैं। बताया जा रहा है कि पार्टी की तरफ से जिन सीटों का जिम्मा दिया गया है, उन सीटों में पटपड़गंज सीट भी शामिल है। ये रैलियां मुस्लिम बहुल इलाकों के बीच होंगी।