Cyclone Sitrang News in Hindi: बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवाती तूफान ‘सितरंग’ (Cyclone Sitrang) सोमवार सुबह बांग्लादेश के तट से टकराया। चक्रवात के तट से टकराने के बाद पेड़ों के गिरने से एक परिवार के तीन सदस्यों सहित कम से कम सात लोगों की जान चली गई। वहीं, कुछ हिस्सों में मकान क्षतिग्रस्त हो गए। अधिकारियों ने इस बीच हजारों लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया है।

‘सितरंग’ तूफान के उत्तर-पूर्वोत्तर की ओर बढ़ने और सोमवार को सागर द्वीप से 260 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में टकराने के बाद मौसम विभाग ने तटीय बंगाल और पूर्वोत्तर राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। मौसम विभाग के अनुसार तूफान के चलते पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना, दक्षिण 24 परगना और नदिया जिलों में भी मंगलवार को बारिश होगी। चक्रवात के प्रभाव से भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने असम, मेघालय, मिजोरम और त्रिपुरा में बारिश होने की संभावना जताई है।

बंगाल में भी आईएमडी का अलर्ट: ‘सितरंग’ के बरगुना, नरैल, सिराजगंज जिलों और भोला जिले में कम से कम पांच लोग मारे गए हैं। उधर, बंगाल में तूफान के मंडराते खतरे को देखते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रशासन को अलर्ट कर दिया है। इस बीच, भारत मौसम विज्ञान विभाग ने मंगलवार की सुबह पश्चिम बंगाल के तट पर 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाओं की चेतावनी दी। आईएमडी ने कहा कि दक्षिण बंगाल के जिलों में मंगलवार दोपहर से मौसम में सुधार होने की संभावना है।

हजारों लोगों को किया गया विस्थापित: वहीं, सोमवार को मौसम को देखते हुए बांग्लादेश के कॉक्स बाजार तट के पास से हजारों लोगों को दूसरी जगह शिफ्ट किया गया। न्यूज एजेंसी एएनआई ने कॉक्स बाजार के डिप्टी कमिश्नर मामूनुर राशिद के हवाले से बताया कि पास के शैक्षणिक संस्थानों को भी तैयार रखा गया है, ताकि जरूरत पड़ने पर उनका इस्तेमाल शेल्टर के तौर पर किया जा सके।

सितरंग तूफान के चलते बंगाल के कई जिलों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लोगों से सुंदरवन समेत समुद्री इलाकों में ना जाने की अपील की है। तूफान का असर पश्चिम बंगाल के जिन इलाको में सबसे ज्यादा रहने की आशंका है उसमें दक्षिण 24 परगना, उत्तर 24 परगना के साथ ही मिदनापुर, कोलकाता और मुर्शिदाबाद में तेज बारिश का अनुमान है। इसके अलावा कोलकाता, हावड़ा और हुगली में भी अलर्ट जारी किया गया है।

SDRF और NDRF टीमों जगह जगह तैनात कर दिया गया है। तूफानी संकट को देखते हुए सरकार ने करीब सवा दो लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया है। लोगों को रहने का इंतजाम भी किया गया है।