COVID-19 संकट और Lockdown के बीच रविवार (पांच अप्रैल, 2020) को देश के विभिन्न हिस्सों में दिवाली जैसा माहौल रहा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर लोगों ने दीया-बाती जलाए। नौ मिनट तक घर की बत्तियां बुझाकर टॉर्च और मोबाइल की फ्लैशलाइट ऑन कर एकजुटता, सकारात्मकता और दृढ़ संकल्प का संदेश दिया।

वैसे, कुछ इलाकों में लोगों ने शंख बजाए, जबकि कई जगहों पर लोगों ने पटाखे भी फोड़े। हालांकि, पीएम ने ऐसा करने के लिए नहीं कहा था। कुछ जगह तो साढ़े आठ बजे से ही लोग बत्तियां बुझाकर दीप और मोमबत्तियां जलाने के इंतजार में थे, जबकि कई जगह रात नौ बजे से पहले ही लोगों ने घर की बाल्कनियों, छज्जों, खिड़कियों और गेट के बाहर दीप जलाए।

इसी बीच, राजधानी दिल्ली में प्रधानमंत्री मोदी ने भी अपने आवास पर बत्तियां बुझाकर रात नौ बजे दीया जलाया। उनके अलावा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और उनके परिवार के सदस्यों ने भी रात नौ बजे एकजुटता और सकारात्मकता दर्शाने के लिए मोमबत्तियां जलाईं।

पीएम और राष्ट्रपति के अलावा उप राष्ट्रपति एम वैंकेया नायडू, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, स्वास्थ्य मंत्री डॉ.हर्षवर्धन, केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, पीएम मोदी की मां हीराबेन, लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, बीजेपी चीफ जेपी नड्डा, प.बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनगड़, तेलंगाना सीएम के.चंद्रशेखर राव,  उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, असम के सीएम सर्बानंद सोनेवाल और जाने-माने कारोबारी मुकेश अंबानी व उनकी पत्नी नीता अंबानी ने भी दीया और मोमबत्तियां जलाईं।

इससे पहले, पीएम ने कोरोना से निपटने में देश के सामूहिक संकल्प का प्रदर्शन करने के लिए रविवार रात दीये जलाने की याद दिलाई। प्रधानमंत्री ने इस संबंध में लोगों को याद दिलाते हुए ट्वीट किया था, ‘‘रात नौ बजे नौ मिनट।’’

Coronavirus से जुड़ी जानकारी के लिए यहां क्लिक करें: कोरोना वायरस से बचना है तो इन 5 फूड्स से तुरंत कर लें तौबा | जानिये- किसे मास्क लगाने की जरूरत नहीं और किसे लगाना ही चाहिए |इन तरीकों से संक्रमण से बचाएं | क्या गर्मी बढ़ते ही खत्म हो जाएगा कोरोना वायरस?