Coronavirus (Covid-19) Vaccine India HIGHLIGHTS: ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने एलान किया कि देश में कोरोना की वैक्सीन तैयार की जा रही है और जल्द ही यह तैयार कर ली जाएगी। उन्होंने कहा कि यह देशवासियों को फ्री में दी जाएगी। उन्होंने कहा कि स्वीडिश-ब्रिटिश फार्मास्युटिकल कंपनी एस्ट्राजेनेका से वैक्सीन की डील की थी। यह ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के साथ बनाई जा रही है। ऑस्ट्रेलिया में यह बनने के बाद 2.5 करोड़ नागरिकों को मुफ्त में देंगे।
देश में कोरोना वैक्सीन लोगों तक जल्द से जल्द उपलब्ध कराने के लिए सरकार ने प्रमुख फार्मा कंपनियों से रोडमैप मांगा है। दरअसल, कोरोना की वैक्सीन के उत्पादन, वितरण आदि की मॉनिटरिंग को लेकर बने विशेषज्ञों की समिति ने सोमवार को देश की दिग्गज फार्मा कंपनियों के प्रमुखों से मुलाकात की। इसी मुलाकात के दौरान कंपनियों से आगे का रोडमैप तैयार करने को कहा गया।
कोविड-19 के टीके को लेकर गठित राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह ने विभिन्न टीकों की वर्तमान स्थिति की जानकारी लेने के लिए सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया, भारत बायोटेक और जाइडस कैडिला सहित प्रमुख घरेलू दवा विनिर्माण कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि बैठक पारस्परिक रूप से लाभप्रद और फलदायी रही। बयान में कहा गया, ‘‘बैठक में राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह को देशी कंपनियों द्वारा विकसित किए जा रहे विभिन्न टीकों के वर्तमान चरण के बारे में जानकारी दी गई।’’ बैठक की अध्यक्षता नीति अयोग के सदस्य वी के पॉल ने की और इसकी सह-अध्यक्षता केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने की।
बता दें कि मुंबई के KEM और Nair Hospitals ने Oxford University-Astra Zeneca Covid-19 Vaccine के ट्रायल से पहले तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस वैक्सीन को Covishield नाम दिया गया है, जबकि इसका टेक्निकल नाम ChAdOx1 nCoV-19 है।
Coronavirus in India LIVE Updates
गौरतलब है कि भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 55,079 नए मामले सामने आए और 876 मौतें हुईं। मंगलवार सुबह के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में अब COVID19 पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 27,02,743 है जिसमें 6,73,166 सक्रिय मामले, 19,77,780 डिस्चार्ज/विस्थापित मामले और 51,797 मौतें शामिल हैं।
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Highlights
फिलहाल स्वस्थ वॉलेंटियर्स पर ही कोरोना की वैक्सीन का ट्रायल किया जा रहा है। ऐसे लोग जो पिछले आठ- नौ महीने में कोरोना की चपेट में नहीं आए हैं और जिनकी उम्र 20 से 50 साल के बीच में है। ऐसे लोगों को ही ट्रायल में शामिल किया जाएगा। फिलहाल ट्रायल में बच्चों और बुजुर्गों को शामिल नहीं किया गया है।
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने वैक्सीन का दाम किफायती रखने का फैसला किया है। जिससे यह सबके पहुंच में रहे। यह भी तय हुआ है कि 50 फीसदी वैक्सीन भारत के लिए रिजर्व रखी जाएगी। शुरुआत में इसका दाम 250-300 रुपए तक हो सकता है।
मंगलवार को समाचार एजेंसी ने स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के हवाले से बताया कि 24 घंटे में कोरोना वायरस के लिए सर्वाधिक 8.97 लाख टेस्ट किए गए। इतनी ज़्यादा टेस्टिंग के बाद भी पॉजिटिविटी रेट 8.81% है, जबकि साप्ताहिक राष्ट्रीय औसत 8.84% है।
कोविड-19 के टीके को लेकर गठित राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह ने विभिन्न टीकों की वर्तमान स्थिति की जानकारी लेने के लिए सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया, भारत बायोटेक और जाइडस कैडिला सहित प्रमुख घरेलू दवा विनिर्माण कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी। मंत्रालय ने कहा कि बैठक पारस्परिक रूप से लाभप्रद और फलदायी रही। बयान में कहा गया, ‘‘बैठक में राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह को देशी कंपनियों द्वारा विकसित किए जा रहे विभिन्न टीकों के वर्तमान चरण के बारे में जानकारी दी गई।’’ बैठक की अध्यक्षता नीति अयोग के सदस्य वी के पॉल ने की और इसकी सह-अध्यक्षता केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने की।
कोविड-19 के टीके को लेकर गठित राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह ने विभिन्न टीकों की वर्तमान स्थिति की जानकारी लेने के लिए सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया, भारत बायोटेक और जाइडस कैडिला सहित प्रमुख घरेलू दवा विनिर्माण कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी। मंत्रालय ने कहा कि बैठक पारस्परिक रूप से लाभप्रद और फलदायी रही। बयान में कहा गया, ‘‘बैठक में राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह को देशी कंपनियों द्वारा विकसित किए जा रहे विभिन्न टीकों के वर्तमान चरण के बारे में जानकारी दी गई।’’ बैठक की अध्यक्षता नीति अयोग के सदस्य वी के पॉल ने की और इसकी सह-अध्यक्षता केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने की।
कोविड-19 के टीके को लेकर गठित राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह ने विभिन्न टीकों की वर्तमान स्थिति की जानकारी लेने के लिए सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया, भारत बायोटेक और जाइडस कैडिला सहित प्रमुख घरेलू दवा विनिर्माण कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी। मंत्रालय ने कहा कि बैठक पारस्परिक रूप से लाभप्रद और फलदायी रही। बयान में कहा गया, ‘‘बैठक में राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह को देशी कंपनियों द्वारा विकसित किए जा रहे विभिन्न टीकों के वर्तमान चरण के बारे में जानकारी दी गई।’’ बैठक की अध्यक्षता नीति अयोग के सदस्य वी के पॉल ने की और इसकी सह-अध्यक्षता केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने की।
कोरोना की वैक्सीन के उत्पादन, वितरण आदि की मॉनिटरिंग को लेकर बने विशेषज्ञों की समिति ने देश की बड़ी फार्मा कंपनियों के प्रमुखों से मुलाकात की और उनसे इसको आम लोगों तक जल्द से जल्द पहुंचाने के लिए आसान रास्ता सुझाने को कहा है। इसी मुलाकात के दौरान कंपनियों से आगे का रोडमैप तैयार करने को कहा गया।
एक इंटरव्यू के दौरान अदार पूनावाला ने कहा कि "हम दो सप्ताह से कम समय में परीक्षण शुरू करने जा रहे हैं। परीक्षण ICMR के साथ साझेदारी में है। हम अगस्त के अंत तक टीके का निर्माण शुरू कर देंगे।" वर्तमान में, चरण III क्लिनिकल परीक्षण यूके, यूएस, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका में किए जा रहे हैं। भारत के सीरम संस्थान के साथ साझेदारी में अगले सप्ताह से परीक्षण शुरू होने की उम्मीद है।
मॉस्को में भारतीय दूतावास रूस के मेडिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट के संपर्क में है, जिसने दुनिया की पहली कोरोना वैक्सीन को रजिस्टर करा लिया है। यह जानकारी देते हुए सरकारी सूत्रों ने 'द इंडियन एक्सप्रेस' को बताया, "भारतीय मिशन टीके को लेकर रूस से अलग बातचीत की कोशिशें कर रहा है। यह काम मॉस्को में हमारे दूतावास के जरिए हो रहा है। हम अब इस वैक्सीन के सुरिक्षत होने और प्रभावी होने से जुड़े डेटा का इंतजार कर रहे हैं।"
नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने मंगलवार को बताया कि भारत में कोरोना की जिन तीन वैक्सीन पर काम चल रहा है उनमें से एक वैक्सीन ट्रायल के तीसरे फेज में जल्द पहुंचने वाली है। वहीं अन्य दो वैक्सीन ट्रायल के पहले और दूसरे चरण में है।
देश में कोरोना वैक्सीन लोगों तक जल्द से जल्द उपलब्ध कराने के लिए सरकार ने प्रमुख फार्मा कंपनियों से रोडमैप मांगा है। दरअसल, कोरोना की वैक्सीन के उत्पादन, वितरण आदि की मॉनिटरिंग को लेकर बने विशेषज्ञों की समिति ने सोमवार को देश की दिग्गज फार्मा कंपनियों के प्रमुखों से मुलाकात की। इसी मुलाकात के दौरान कंपनियों से आगे का रोडमैप तैयार करने को कहा गया।
एक नये अध्ययन के मुताबिक प्रयोगशाला में किए गए प्रयोग में पाया गया कि दो मौजूदा दवाएं कोविड-19 के लिए जिम्मेदार सार्स-सीओवी-2 (कोरोना वायरस) को मानव कोशिकाओं को संक्रमित करने से रोकती हैं। जर्नल पीएनएएस में प्रकाशित अध्ययन के मुताबिक वैक्यूओलिन-1 और एपिलिमोड को वर्षों पहले मूल रूप से विकसित किया गया था। ये दोनों दवाएं एक बड़े एंजाइम पिकफाइव काइनेज को निशाना बनाती हैं। अनुसंधानकर्ताओं ने बताया कि अध्ययन से पहले कोविड-19 के संक्रमण में इस एंजाइम की भूमिका के बारे में बहुत कम जानकारी थी। उन्होंने कहा कि परीक्षण के दौरान इस प्रक्रिया को दोहराने की जरूरत है जो संकेत देता है कि कोविड-19 के इलाज में यह संभावित पद्धति हो सकती है
यूपी के अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि पिछले 24 घंटे में कोविड के 4336 नए मामले सामने आए हैं, जिससे अब प्रदेश में एक्टिव मामलों की संख्या 50242 हो गए हैं। अब तक 1,09,607 लोगों को डिस्चार्ज किया गया है। अब तक 2,585 लोगों की संक्रमण से मृत्यु हुई है।
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने 50 वैक्सीन भारत के लिए रिजर्व रखने की रणनीति बनाई है। इसके अलावा वैक्सीन का दाम किफायती रखा जाएगा जिससे कि हर तबके तक कोरोना की वैक्सीन पहुंच सके। रिपोर्ट्स में बताया गया है कि शुरुआत में वैक्सीन का दाम 250-300 तक हो सकता है। फिलहाल स्वस्थ्य वॉलेंटियर्स पर ही कोरोना की वैक्सीन का ट्रायल किया जा रहा है। ऐसे लोग जो पिछले आठ- नौ महीने में कोरोना की चपेट में नहीं आए हैं और जिनकी उम्र 20 से 50 साल के बीच में है। ऐसे लोगों को ही ट्रायल में शामिल किया जाएगा। फिलहाल ट्रायल में बच्चों और बुजुर्गों को शामिल नहीं किया गया है।
रिपोर्ट्स में बताया गया है कि शुरुआत में वैक्सीन का दाम 250-300 तक हो सकता है। फिलहाल स्वस्थ्य वॉलेंटियर्स पर ही कोरोना की वैक्सीन का ट्रायल किया जा रहा है। ऐसे लोग जो पिछले आठ- नौ महीने में कोरोना की चपेट में नहीं आए हैं और जिनकी उम्र 20 से 50 साल के बीच में है।
इसी बीच, मंगलवार को समाचार एजेंसी ने स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के हवाले से बताया कि 24 घंटे में कोरोना वायरस के लिए सर्वाधिक 8.97 लाख टेस्ट किए गए। इतनी ज़्यादा टेस्टिंग के बाद भी पॉजिटिविटी रेट 8.81% है, जबकि साप्ताहिक राष्ट्रीय औसत 8.84% है।
राष्ट्रीय खेल पुरस्कार समारोह पहली बार इस साल कोरोना वायरस महामारी के कारण आनलाइन आयोजित हो सकते हैं जिसमें सभी विजेता अपने अपने स्थानों से 29 अगस्त को लॉग इन करके अपने नामों की घोषणा होते हुए सुनेंगे। राष्ट्रीय खेल पुरस्कार खेल दिवस के मौके पर 29 अगस्त को दिये जाते हैं जो महान हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद का जन्मदिन है। खेल मंत्रालय के एक सूत्र ने पीटीआई को बताया,‘‘ इस साल का पुरस्कार समारोह आनलाइन होने की संभावना है। भारत सरकार के निर्देशों के अनुसार समारोह के दिन ही सुबह विजेताओं के नामों की घोषणा की जाएगी।’’ महामारी के कारण जून में मंत्रालय को पुरस्कारों के लिए आनलाइन आवेदन जमा कराने की तिथि को बढ़ाने के लिए बाध्य होना पड़ा था।
पंजाब सरकार ने अगले आदेशों तक 18 अगस्त से जालंधर, लुधियाना और पटियाला में अतिरिक्त प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है। रात 9 बजे से सुबह 5 बजे तक गैर-आवश्यक गतिविधियों के लिए व्यक्तियों की आवाजाही प्रतिबंधित रहेगी। यह जानकारी मंगलवार को राज्य के सूचना और जनसंपर्क विभाग की ओर से दी गई।
इससे पहले, रूस अपनी वैक्सीन का पहला बैच तैयार कर चुका है। समाचार एजेंसी 'Reuters' के मुताबिक, रूस इस महीने के अंत तक वैक्सीन लॉन्च कर सकता है। वैक्सीन मॉस्को स्थित Gamaleya Institute द्वारा तैयार की गई है। यह दुनिया की पहली कोरोना वायरस वैक्सीन होगी, जो कि आम लोगों के इस्तेमाल के लिए मंजूरी पाएगी।
वहीं, CDC ने आशंका जताई है कि पांच सितंबर तक अमेरिका में कोरोना वायरस से 189000 के आसपास मौतें होंगी। यूएस में अब तक 54 लाख केस और 1,70 हजार मौतें हो चुकी हैं। इसी बीच, डॉ.एंखनी फॉसी ने चेताया है कि अगर अमेरिका यूं ही संक्रमण फैलने देगा, तब मौतों का आंकड़ा और तेजी से बढ़ सकता है। इसी बीच, न्यजीलैंड में कोरोना के फैलाव के मद्देनजर चार हफ्तों के लिए चुनाव टाला जा चुका है। वहीं, वैश्विक महामारी के कारण जापान की इकनॉमी में 27.8 फीसदी रिकॉर्ड गिरावट दर्ज की गई।
कोविड-19 के टीके को लेकर गठित राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह ने विभिन्न टीकों की वर्तमान स्थिति की जानकारी लेने के लिए सोमवार को सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया, भारत बायोटेक और जाइडस कैडिला सहित प्रमुख घरेलू दवा विनिर्माण कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी। मंत्रालय ने कहा कि बैठक पारस्परिक रूप से लाभप्रद और फलदायी रही। बयान में कहा गया, ‘‘बैठक में राष्ट्रीय विशेषज्ञ समूह को देशी कंपनियों द्वारा विकसित किए जा रहे विभिन्न टीकों के वर्तमान चरण के बारे में जानकारी दी गई।’’ बैठक की अध्यक्षता नीति अयोग के सदस्य वी के पॉल ने की और इसकी सह-अध्यक्षता केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने की।
रूस द्वारा विकसित की गई कोरोना वैक्सीन का पहला बैच तैयार कर लिया गया है। रायटर्स न्यूज एजेंसी के मुताबिक अगस्त माह के अंत तक ही कोरोना वैक्सीन का उत्पादन बड़े पैमाने पर शुरू हो जाएगा और सितंबर तक यह आम लोगों को मिलनी शुरू हो जाएगी। बता दें कि रूस ने पहले घोषणा की थी कि सितंबर में वैक्सीन का प्रोडक्शन शुरू होगा और अक्टूबर तक यह लोगों को मिलनी शुरू हो जाएगी लेकिन अब ताजा घटनाक्रम के मुताबिक एक माह पहले ही कोरोना वैक्सीन आम लोगों को मिल सकती है।
इससे पहले, नोबेल पुरस्कार से सम्मानित आस्ट्रेलिया के रोग प्रतिरक्षा वैज्ञानिक पीटर चार्ल्स डोहर्टी ने भी कोविड-19 के रूसी टीके का आपात स्थिति में उपयोग शुरू किये जाने पर वैज्ञानिक समुदाय के संशय से सहमति जताई है। उन्होंने कहा कि ‘‘बड़ी चिंता’’ यह है कि यदि इस टीके के सुरक्षित होने को लेकर संदेह सच साबित होता है, तो फिर अन्य टीकों की विश्वसनीयता पर भी इसका असर देखने को मिल सकता है।
डोहर्टी ने मेलबर्न से एक ई-मेल साक्षात्कार में कहा, ‘‘मुख्य चिंता यह है कि यदि सुरक्षा का कोई बड़ा मुद्दा उभरता है...तो मेरा दावा है कि बड़ी चिंता यह होगी कि यह अलग प्रक्रिया के तहत विकसित किये जा रहे अन्य टीकों के लिये टीकाकरण को कहीं अधिक खारिज कर सकता है।’’
बेंगलुरू में स्थित बायोकॉन लिमिटेड की कार्यकारी अध्यक्ष किरण मजूमदार-शॉ ने सोमवार रात कहा कि उन्हें जांच में कोविड-19 से संक्रमित पाया गया है। जैव प्रौद्योगिकी उद्योग की 67 वर्षीय दिग्गज ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘मुझे कोविड-19 जांच में पॉजिटिव पाया गया है। हल्के लक्षण हैं और मुझे उम्मीद है कि यह ठीक हो जाएगा।’’ उनके ट्वीट का जवाब देते हुए, कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा, ‘‘किरण मजूमदार-शॉ यह सुनकर दुख हुआ। हम आपको जल्द स्वस्थ देखना चाहते हैं! जल्द ठीक होकर लोटो मेरी दोस्त।’’ कर्नाटक में 17 अगस्त की शाम तक कोविड-19 के मामलों की कुल संख्या 2,33,283 हो गई।
ब्रिटेन की कोरोना वायरस वैक्सीन टास्कफोर्स की अध्यक्षा केट बिंघम ने बताया कि बुजुर्ग लोगों को युवाओं से अलग वैक्सीन दिए जाने की संभावना है, क्योंकि उनका इम्यून सिस्टम कमजोर होता है। वैक्सीन दिए जाने पर 65 की उम्र के लोगों को प्राथमिकता दी जाएगी। साथ ही, दूसरी बीमारियों से ग्रस्त लोगों, फ्रंटलाइन हेल्थ और सोशल केयर वर्कर्स को भी यह पहले दी जाएगी।
ब्रिटेन की कोरोना वायरस वैक्सीन टास्कफोर्स की अध्यक्षा केट बिंघम ने कहा है, 'मुझे लगता है कि हमारे पास इस साल वैक्सीन मिलने का मौका है। दो संभावित कैंडिडेट हैं- एक ऑक्सफोर्ड की और दूसरी बियानटेक की जर्मन वैक्सीन।' उन्होंने कहा कि ये दोनों ऐसी हैं कि अगर सब कुछ ठीक रहा तो इन्हें बनाकर इस साल डिलिवर किया जा सकता है।
नोबेल पुरस्कार से सम्मानित आस्ट्रेलिया के रोग प्रतिरक्षा वैज्ञानिक पीटर चार्ल्स डोहर्टी ने कहा है कि, ‘‘रूस एक क्लीनिकल परीक्षण करने की प्रक्रिया में है, इसलिए यह देखा जाना बाकी है कि वे इससे कैसे आगे बढ़ते हैं। रूसी टीके, किसी भी सार्स-कोवी-2 टीके के साथ मुख्य मुद्दा यह है कि वह कितना सुरक्षित और कारगर है। ’’
वर्ष 1986 में एशियाई खेलों का कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय वॉलीबॉल टीम के सदस्य रहे रमन्ना ने पीटीआई से कहा, ‘‘कोरोना वायरस का टीका मिलने तक हमें और अधिक सतर्क रहने की जरूरत है। मामले बढ़ रहे हैं और ऐसे में हम शांति से नहीं रह सकते।’’
पूर्व बैडमिंटन खिलाड़ियों ने सुझाव दिया है कि भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) को कोविड-19 महामारी के बीच राष्ट्रीय बैडमिंटन शिविर के सुरक्षित संचालन के लिए जैविक रूप से सुरक्षित वातावरण (बायो बबल) तैयार करने की योजना पर विचार करने की जरूरत है।
ब्रिटेन की सरकार ने भारतीय मूल के लोगों सहित अन्य पृष्ठभूमि वाले अल्पसंख्यक समुदायों से और अधिक लोगों को कोविड-19 के संभावित टीके के चल रहे क्लीनिकल परीक्षणों में शामिल होने की अपील की है।
भारत में पांच शीर्ष वैक्सीन निर्माताओं ने सोमवार को वैक्सीन एडमिनिस्ट्रेशन पर राष्ट्रीय विशेषज्ञों के समूह (National Expert Group) को ब्रीफिंग दी। बताया कि भारत में इस दौरान वैक्सीन पर क्या काम चल रहा है। मौजूदा समय में देश में कोरोना वैक्सीन के तीन कैंडिडेट्स हैं, जिनमें Bharat Biotech की Covaxin और Zydus Cadilla की ZyCoVD दो ऐसी वैक्सीनें हैं, जो देश में ही बन रही हैं।
वहीं, Serum Institute of India ने ब्रिटिश स्वीडिश कंपनी AstraZeneca के साथ University of Oxford की वैक्सीन के निर्माण को लेकर साझेदारी की है। इन तीन कंपनियों के अलावा Biological E और Gennova Biopharmaceuticals के प्रतिनिधियों ने भी मीटिंग के दौरान प्रेजेंटेशन दी। पैनल ने इस बात पर भी चर्चा की कि अगर कैंडिंडेट्स की वैक्सीन सुरक्षित और प्रभावी पाई जाती हैं, तब क्या उन्हें दवा का उत्पादन बढ़ाने के लिए क्या सरकार की मदद की जरूरत पड़ेगी या नहीं?
भारत सरकार ब्रिटेन की ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका और अमेरिका की मोडेर्ना-NIAID फार्मा कंपनियों के साथ वैक्सीन खरीद सकती है। इसके लिए आज एक प्रतिनिधिमंडल कंपनियों के प्रमुखों के साथ अहम बैठक करेगा। बता दें कि ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन का प्रोडक्शन पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया में ही किया जाएगा। फिलहाल इस वैक्सीन का ह्युमन ट्रायल का तीसरा चरण शुरू होने वाला है।
लार से कोरोना की जांच का तरीका ईजाद होने से अब बड़ी संख्या में और तेजी से कोरोना की जांच हो सकेंगी। इतना ही नहीं जांच के लिए अब लोगों को इंतजार भी नहीं करना होगा। फिलहाल अमेरिका में इस तरीके से बिना लक्षण वाले मरीजों की जांच की जाएगी।
कोरोना माहमारी से जुड़ी एक राहत की खबर आयी है। दरअसल अब मुंह, नाक का स्वाब नमूना लिए बगैर कोरोना की जांच हो सकेगी। इसके लिए येल यूनिवर्सिटी ने लार से कोरोना की जांच का तरीका ईजाद किया है। इसमें मरीज खुद ही अपनी लार का नमूना लैब में देगा, इससे स्वास्थ्यकर्मी मरीज के संपर्क में नहीं आएंगे और उनके लिए संक्रमित होने का खतरा घटेगा। इस टेस्ट को अमेरिका में लागू करने की अनुमति भी मिल गई है।
ब्रिटेन की सरकार ने भारतीय मूल के लोगों सहित अन्य पृष्ठभूमि वाले अल्पसंख्यक समुदायों से और अधिक लोगों को कोविड-19 के संभावित टीके के चल रहे क्लीनिकल परीक्षणों में शामिल होने की अपील की है। इसके लिये विभिन्न समुदायों से संपर्क साधने के उपायों में गुजराती, पंजाबी, बांग्ला और उर्दू में प्रसारित लक्षित भर्ती कार्यक्रम भी शामिल हैं। समूचे ब्रिटेन में एक लाख से अधिक लोगों ने टीके के परीक्षणों में स्वयंसेवी के तौर पर हिस्सा लिया है। कोरोना वायरस के खिलाफ एक कारगर और सुरक्षित टीके की खोज में तेजी लाने की कोशिशों के तहत ऐसा किया गया है।
कोविड-19 से लड़ रहे प्रसिद्ध पार्श्व गायक एस पी बालासुब्रह्मण्यम की हालत नाजुक बनी हुई है और वह जीवन रक्षक प्रणाली पर हैं। उनका इलाज कर रहे अस्पताल ने सोमवार को यह जानकारी दी। इस बीच, उनके प्रशंसकों से लेकर तमाम हस्तियां बालासुब्रह्मण्यम के जल्द स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं। उनके बेटे एस पी चरण ने कहा कि उनके पिता की हालत ''स्थिर'' है। इस बीच, द्रमुक प्रमुख एम के स्टालिन और अभिनेता रजनीकांत ने बालासुब्रह्मण्यम के जल्द स्वस्थ होने की कामना की। उनके लाखों प्रशंसक उनके लिए लगातार दुआएं कर रहे हैं। वह पांच अगस्त से एमजीएम हेल्थकेयर में भर्ती हैं। अस्पताल ने कहा, '' कोविड-19 के कारण एमजीएम हेल्थकेयर में भर्ती एस पी बालासुब्रह्मण्यम आईसीयू में हैं और उन्हें लगातार जीवन रक्षक प्रणाली पर रखा गया है।''
दुनिया भर में इस वक्त 170 से अधिक रिसर्चर्स की टीमें कोरोना की सुरक्षित और प्रभावी वैक्सीन खोजने में जुटी हैं। इनमें से 138 प्री-क्लीनिकल स्टेज में हैं। यानी इनका इंसानों पर ट्रायल नहीं हुआ है। फेज-1 में 25 वैक्सीनें हैं, जिनका छोटे स्तर पर सेफ्टी ट्रायल हो चुका है। वहीं, फेज-2 में 15 वैंक्सीन हैं, जिनका विस्तारित सेफ्टी ट्रायल चल रहा है। फेज-3 की बात करें, तो इसमें सात टीके हैं, जबकि एक भी वैक्सीन ऐसी नहीं है, जिसे मंजूरी मिली हो।
राष्ट्रीय राजधानी में कुछ अस्पतालों का कहना है कि कोरोना वायरस से ठीक हो चुके कुछ मरीज फिर से संक्रमित होकर उनके पास आ रहे हैं। दिल्ली सरकार द्वारा संचालित राजीव गांधी सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल में इस महीने की शुरुआत में दो मरीजों के कोरोना वायरस से उबरने के करीब डेढ़ महीने बाद वे फिर से संक्रमित हो गए। फिर से संक्रमण के दोनों मामलों में रोगियों में मध्यम लक्षण थे। द्वारका में आकाश हेल्थकेयर में भी एक मामला सामने आया जहां कैंसर का एक रोगी कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद ठीक हो गया और कुछ महीने बाद वह फिर से संक्रमित हो गया। दूसरी बार रोगी की संक्रमण से मौत हो गई।