कोरोना वायरस टीका से जुड़ी नीति को लेकर BJP शासित मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बोले हैं कि वैक्सीन पॉलिसी बदलने के मसले पर सभी राज्यों के मुख्यमंत्री साथ मिलकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात करें।
चौहान ने कहा कि केंद्र के पास वैक्सिनेशन को लेकर “बिल्कुल ठीक नीति” है, पर उसे विभिन्न सूबों की मांगों के हिसाब से बदला जाना चाहिए। यह कहने के साथ ही उन्होंने देश के सभी मुख्यमंत्रियों से अपील की कि वे पीएम से संवाद साधें और टीकाकरण के लिए केंद्रीय नीति बनाने की मांग करें। शिवराज के अनुसार, “पीएम इस पर विचार जरूर करेंगे, जबकि मैं मुख्यमंत्रियों से बात करने से जुड़ी पहल करने को तैयार हूं।” हमारे सहयोगी अंग्रेजी अखबार ‘The Indian Express’ के आइडिया एक्सेंज सेशन के दौरान म.प्र सीएम ने कहा- राज्यों की तरफ से विभिन्न प्रकार के मतों और मांगों की वजह से केंद्र सरकार के लिए एक समान नीति लेकर आना मुश्किलदेह हो रहा है। यही वजह है कि सरकार ने यह चीज राज्यों पर छोड़ दी है।
वह बोले, “मुख्यमंत्रियों को केंद्र से बात करनी चाहिए। मिलकर फैसला करना चाहिए कि केंद्र केंद्र सरकार करे। देखिए, अगर अंतर (विभिन्न किस्म की आवाजें उठना) होंगे तो ऐसा माहौल पैदा होगा, जिसमें केंद्र को काम करने में समस्या होगी। अगर हम अलग-अलग तरह से सोचेंगे, अपने सियासी हितों की चिंता करेंगे, तो इससे विसंगतियां पैदा होंगी। मैं तो सभी सीएम से अपील करता हूं कि हम सब साथ मिलें और केंद्र सरकार से अपील करें…पीएम से ये अपील करें। वह भी विचार करेंगे।”
यह पूछे जाने पर कि क्या आप सभी मुख्यमंत्रियों को साथ लाने की पहल करेंगे, ताकि 18+ वालों के टीकाकरण की नीति पर बात बन सके? उन्होंने बताया, “मैं तो सीएम से अपील भी करता हूं…मैं भी बात करूंगा। कठिनाइयां अगर आएं, तो हम मिलकर उसका समाधान निकालें। प्रधानमंत्री ने हर मुश्किल का समाधान पूरी क्षमता के साथ किया है।”
म.प्र के सीएम की यह टिप्पणी ऐसे वक्त पर आई है, जब केंद्र में पीएम मोदी के नेतृत्व वाली NDA सरकार कोरोना संकट के बीच टीकाकरण की मौजूदा नीति और रफ्तार को लेकर आलोचना का सामना कर रही है।