देश में कोरोना संक्रमण के हालात पर केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मीडिया को जानकारी दी है। इस जानकारी के मुताबिक भारत में अब तक कोरोना के 2 करोड़ टेस्ट किए जा चुके हैं। केन्द्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बताया कि पिछले 24 घंटों में हमने 6,60,000 टेस्ट देश भर में किए हैं। उन्होंने बताया कि राहत की बात ये है कि देश में रिकवर हुए लोगों की संख्या एक्टिव केसों से दोगुनी है। उन्होंने बताया कि अभी तक 12 लाख से ज्यादा लोग कोरोना से रिकवर हो चुके हैं।

स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव के अनुसार, कई राज्यों ने अपनी कोरोना टेस्टिंग की क्षमता को बढ़ाया है। देश के 28 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में प्रति 10 लाख की आबादी पर 140 से ज्यादा टेस्ट किए जा रहे हैं। जिन राज्यों में टेस्टिंग की संख्या बढ़ी है, उनमें दिल्ली, गोवा, त्रिपुरा और तमिलनाडु का नाम शामिल है।

स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार, कोरोना की वजह से मृत्यु दर 25 मार्च के बाद से अब तक सबसे कम 2.10% है। राजेश भूषण ने जानकारी दी कि जून के दूसरे सप्ताह में मृत्यु दर 3.36% थी, जुलाई के दूसरे सप्ताह में यह घटकर 2.69% हो गई थी। अभी देश में 5,86,298 एक्टिव कोरोना के मामले हैं। ये वो केस हैं जो अस्पताल में हैं या मेडिकल निगरानी में सेल्फ आइसोलेट हैं। गौरतलब है कि कोरोना के कुल केसों में से 68% पुरुषों की और 32% महिलाओं की मौत हुई है।

उन्होंने बताया कि अब तक हुई कुल मौतों में से 50% मृत्यु 60 और इससे अधिक उम्र के कोरोना पॉजिटिव मरीजों की हुई है। 37% मृत्यु 45-60 साल के मरीजों की हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, कोरोना संक्रमण देश के कई हिस्सों में फैल गया है लेकिन अभी भी 82 फीसदी मामले केवल 10 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों से सामने आ रहे हैं।

स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, हमें मिले 60 हजार वेंटिलेटर्स में से 96 प्रतिशत वॉल्यूम और 90 फीसदी वैल्यू के वेंटिलेटर्स मेक इन इंडिया हैं। इसमें भारत इलेक्ट्रोनिक्स लिमिटेड और आंध्र मेड-टेक जोन का अहम रोल रहा। बीईएल ने 30 हजार और आंध्र मेड टेक जोन ने 13500 वेंटिलेटर्स दिए।

वहीं आईसीएमआर के डीजी डॉक्टर बलराम भार्गव ने बताया कि अभी हमारे पास तीन भारतीय वैक्सीन हैं, जो अभी क्लीनिकल टेस्टिंग के विभिन्न चरणों में हैं। दो वैक्सीन भारत बायोटेक वैक्सीन और फार्मा कंपनी जाइडस कैडिला की डीएनए वैक्सीन हैं, जो ट्रायल का पहला चरण पार कर चुकी हैं। तीसरी वैक्सीन ऑक्सफोर्ड वैक्सीन है। जिसके क्लीनिकल ट्रायल के लिए फेज 2 और 3 के लिए मंजूरी मिल चुकी है। इसकी जल्द ही टेस्टिंग शुरू कर दी जाएगी।