ब्रिटेन के अनुसंधानकर्ताओं ने एक अध्ययन में पाया है कि कोविड-19 के मरीजों के फेफड़े उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिलने के कम से कम तीन महीने और कुछ मामलों में तो इससे भी अधिक समय बाद तक प्रभावित पाए गए। शेफील्ड और ऑक्सफोर्ड के शोधकर्ताओं ने यह अध्ययन इमेजिंग की अत्याधुनिक तकनीक की मदद से किया है। उनका कहना है कि फेफड़ों में क्षति सामान्य सीटी स्कैन में पकड़ में नहीं आती और मरीजों को कह दिया जाता है कि उनके फेफड़े सामान्य हैं।
इससे पहले एक अध्ययन में इन्हीं शोधकर्ताओं के एक दल ने पाया था कि ऐसे मरीज जिन्हें अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत नहीं पड़ी लेकिन जिन्हें लंबे समय तक सांस की परेशानी बनी रही, संभव है कि उनके फेफड़ों को भी ऐसा ही नुकसान पहुंचा हो। शेफील्ड विश्वविद्यालय ने बुधवार को एक विज्ञप्ति जारी की जिसमें कहा कि इसकी पुष्टि के लिए बड़े पैमाने पर शोध करने की जरूरत है।
वैज्ञानिकों ने कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम और संक्रमितों के उपचार के लिए दो नई दवाएं विकसित की हैं। ऑस्ट्रेलिया स्थित क्वींसलैंड इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल रिसर्च (क्यूआईएमआर) बर्घोफर मेडिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट के अनुसंधानकर्ताओं ने पेप्टाइड- आधारित दवाएं विकसित की हैं, जिनका फ्रांस स्थित ‘इन्फेक्शियस डिजीज मॉडल एंड इनोवेशन थैरेपीज’ (आईडीएमआईटी) केंद्र में हैम्स्टर (चूहे जैसा जानवर) पर परीक्षण किया जा रहा है।
नेचर सेल डिस्कवरी पत्रिका में प्रकाशित अध्ययन के शुरुआती परिणाम के अनुसार, इन दवाओं के दुष्प्रभाव कम हैं। इन दवाओं को कमरे के तापमान में रखा जा सकता है, जिसके कारण उनका वितरण आसान है। ये दवाएं सार्स-सीओवी-2 वायरस के बजाय वायरस के कारण मानव कोशिकाओं में पड़ने वाले असर को लक्ष्य बनाती हैं।
पहली दवा वायरस के संपर्क में आने से पहले दी जाएगी और टीकों का असर बढ़ाने में मददगार होगी, जबकि दूसरी दवा पहले से संक्रमित मानव कोशिकाओं में वायरस को फैलने से रोकेगी। अनुसंधानकर्ताओं ने वह तरीका पता लगाया, जिससे सार्स-सीओवी-2 कोशिकाओं पर हमला करता है। इस तरीके के बारे में पहले जानकारी नहीं थी। इस खोज के बाद ये दवाएं विकसित की जा सकीं।
केरल में बहुत ऊंचे दामों पर कोविड-19 चिकित्सा उपकरणों को बेचे जाने की शिकायतें मिलने के बीच ऐसे उपकरणों के मूल्य को नियंत्रण में रखने के लिए पुलिस ने एक विशेष निरीक्षण अभियान शुरू किया है।
पुलिस महानिदेशक लोकनाथ बेहरा ने बुधवार को बताया कि पुलिस की विशेष शाखा को यह पता करने के लिए सभी जिलों में अभियान चलाने का जिम्मा सौंपा गया है कि कहीं कोई मेडिकल स्टोर उपकरणों का अधिक दाम तो नहीं ले रहा है। उन्होंने कहा- विशेष शाखा के अधिकारी मेडिकल स्टोर समेत सभी संबंधित संस्थानों की तलाशी लेंगे। इसका मकसद यह सुनिश्चित करना है कि ऐसे सभी उत्पाद सरकार द्वारा निर्धारित मूल्य पर ही बेचे जाएं।
देश में कोरोना का कहर जारी है, इधर ब्लैक फंगस यानी कि म्यूकोरमाइकोसिस का कहर भी बढ़ता जा रहा है। जारी रिपोर्ट के अनुसार अब तक 11,717 लोग अब तक इसके पीड़ित हो चुके हैं। सबसे अधिक मामले गुजरात में आए हैं, यहां 2859 लोग इससे पीड़ित हो चुके हैं। इधर दिल्ली के लोगों के लिए राहत की खबर है कि स्पुतनिक वी के विनिर्माता दिल्ली को इस रूसी कोविड निरोधी टीके की आपूर्ति करने के लिए राजी हो गए हैं लेकिन टीके की कितनी खुराक मिलेंगी यह अभी तय नहीं हुआ है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बताया कि दिल्ली में ब्लैक फंगस के करीब 620 मामले हैं और इसके उपचार में इस्तेमाल होने वाले एम्फोटेरिसिन-बी इंजेक्शन की यहां पर कमी है।
वहीं स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा है कि 23 मई को दिल्ली में ब्लैक फंगस के 200 से अधिक मामले सामने आए थे, दिल्ली में अभी तक लगभग 600 मामले हैं जिसमें से कुछ दिल्ली से हैं और कुछ लोग बाहर से हैं। 24 और 25 मई को इसके मामले कम आए हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि दिल्ली में पॉजिटिविटी रेट 2.1% है। पॉजिटिविटी रेट एक समय 36% था जो अब 2% हो गया है। लॉकडाउन की वजह से दिल्ली में अब कोरोना के मामले और पॉजिटिविटी रेट दोनों ही कम हैं। दिल्ली में ICU में कुल 6,800 बेड में से 2,900 बेड खाली है।
गौरतलब है कि राजधानी दिल्ली में बुधवार से ‘ड्राइव थ्रू’ टीकाकरण की शुरुआत की गयी है। अब लोगों को वाहन में बैठे हुए ही कोरोना वैक्सीन लगाए जाने की सुविधा मिलने वाली है। देश में पहले ‘ड्राइव थ्रू’ टीकाकरण की शुरुआत दिल्ली के द्वारका में आकाश हेल्थकेयर सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में आज से शुरू होगा।
बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कई देशों और भारत ने कोरोना महामारी की दूसरी लहर को महसूस किया। हमने एक सदी से इस तरह की महामारी नहीं देखी। पिछले एक साल में कई बदलाव हुए। अब हमें महामारी की बेहतर समझ है, हमारे पास वैक्सीन है। मैं फ्रंटलाइन हेल्थकेयर वर्कर्स,डॉक्टरों,नर्सों को एक बार फिर सलाम करता हूं जो निस्वार्थ भाव से दूसरों की सेवा करने के लिए अपनी जान जोखिम में डालते हैं और जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। उनके परिजनों के प्रति शोक व्यक्त करता हूं।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने देश में कोरोना रोधी टीकाकरण की कथित तौर पर धीमी गति होने को लेकर बुधवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि टीके को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निजी प्रचार का साधन बना दिया गया जिस कारण दुनिया का सबसे बड़ा टीका निर्माता राष्ट्र भारत आज दूसरे देशों द्वारा किए जा रहे ‘टीके के दान पर निर्भर है।’ उन्होंने सरकार से सवाल करने संबंधी अपनी ‘जिम्मेदार कौन ?’ श्रृंखला के तहत फेसबुक पोस्ट में यह भी पूछा कि प्रधानमंत्री के अनुसार, जब सरकार ने पिछले साल ही टीकाकरण की पूरी योजना तैयार कर ली थी, तब ये हालात पैदा क्यों हुए?
बताते चलें कि देश में कोरोना वायरस संक्रमण के नए मामले फिर दो लाख से अधिक हो गए। बुधवार को जारी आंकड़ों के अनुसार 34 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में कोरोना के 2,09,075 नए मामले दर्ज किए गए। इस दौरान संक्रमण की वजह से 4,165 लोगों की मौत हुई। मंगलवार को देश में 41 दिन बाद दो लाख से कम 1,96,427 नए मामले दर्ज किए गए थे।
देश में कोरोना दूसरी लहर ने जमकर कहर मचाया, हालांकि पिछले कुछ दिनों में रिकवरी रेट में तेजी के कारण अब हालात में सुधार देखने को मिल रहे हैं। देश के 14 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में रिकवरी रेट 90 प्रतिशत या उससे ज्यादा है। अभी देश में 26 लाख एक्टिव केस हैं जो एक समय 37 लाख तक पहुंच गए थे।
Highlights
भारत में अब संक्रमण दर 9.42 प्रतिशत है जबकि एक दिन में इस बीमारी से उबरने वाले मरीजों की संख्या लगातार 13वें दिन संक्रमित पाए जाने वाले नए मरीजों से अधिक है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को बताया कि मंगलवार को कोविड-19 के सबसे अधिक 22,17,320 नमूनों की जांच की गई जिससे देश में जांच किए जाने वाले कुल नमूनों की संख्या 33,48,11,496 हो गई है जबकि रोज संक्रमित पाए जाने वाले मरीजों की संख्या गिरकर 9.42 प्रतिशत हो गई है।
त्रिपुरा सरकार ने महामारी को फैलने से रोकने के लिए अगरतला नगर निगम (एएमसी) क्षेत्रों और सभी शहरी स्थानीय निकायों (यूएलबी) में कोरोना कर्फ्यू को पांच जून तक बढ़ाने की घोषणा की है। इससे पहले राज्यभर के एएमसी क्षेत्रों और यूएलबी में 17 मई को कोरोना कर्फ्यू लगाया गया था और त्रिपुरा के अन्य हिस्सों में 26 मई तक रात्रिकालीन कर्फ्यू लगाया गया था।
उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर में 20 लोगों को कोविशील्ड के बाद कोवैक्सीन लगने पर CMO संदीप चौधरी ने कहा कि हमने जांच के आदेश दिए थे। जांच रिपोर्ट मिली है जिसके आधार पर दोषी लोगों से स्पष्टीकरण मांगे हैं। हमने टीम भेजी थी उन्होंने एक एक लोगों से बात की है। वे स्वस्थ हैं किसी को दिक्कत नहीं है।
हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि हम 1 करोड़ कोरोना वैक्सीन के लिए टेंडर फ्लोट कर रहे हैं जो शायद आज हो जाएगा। सही आंकड़े आ गए हैं और हमारा वेस्टेज 2%-2.5% है। वो आंकड़े ठीक नहीं थे काफी डेटा चढ़ा नहीं था।
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि महामारी के दौर में देशभर में कई टीका केंद्र बंद हो गए हैं। देश में वैक्सीन की जबर्दस्त किल्लत है। अगर देश के लोगों को सही समय पर वैक्सीन लगा दी जाती तो शायद दूसरी वेव के प्रकोप को काफी कम किया जा सकता था।
वैज्ञानिकों ने कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम और संक्रमितों के उपचार के लिए दो नई दवाएं विकसित की हैं। ऑस्ट्रेलिया के क्वींसलैंड इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल रिसर्च (क्यूआईएमआर) बर्घोफर मेडिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट के अनुसंधानकर्ताओं ने पेप्टाइड- आधारित दवाएं विकसित की हैं, जिनका फ्रांस स्थित ‘इन्फेक्शियस डिजीज मॉडल एंड इनोवेशन थैरेपीज’ (आईडीएमआईटी) केंद्र में हैम्स्टर (चूहे जैसा जानवर) पर परीक्षण किया जा रहा है। पत्रिका ‘नेचर सेल डिस्कवरी’ में प्रकाशित अध्ययन के शुरुआती परिणाम के अनुसार, इन दवाओं के दुष्प्रभाव कम हैं।
देश में कोरोना का कहर जारी है, इधर ब्लैक फंगस यानी कि म्यूकोरमाइकोसिस का कहर भी बढ़ता जा रहा है। जारी रिपोर्ट के अनुसार अब तक 11,717 लोग अब तक इसके पीड़ित हो चुके हैं। सबसे अधिक मामले गुजरात में आए हैं, यहां 2859 लोग इससे पीड़ित हो चुके हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों के पास कोविड-19 टीकों की 1.77 करोड से अधिक खुराक अब भी मौजूद हैं और अगले तीन दिन में उन्हें टीकों की और एक लाख खुराकें मिल जाएंगी। वहीं दूसरी तरफ देश के कई राज्यों में वैक्सीन के अभाव में टीकाकरण का कार्य बंद हो गया है।
अरुणाचल प्रदेश में बुधवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 429 नए मामले सामने आने के बाद राज्य में संक्रमण के मामले बढ़कर 25,002 हो गए, वहीं संक्रमण से दो मरीजों की मौत होने से मृतक संख्या 104 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। राज्य सतर्कता अधिकारी डॉ लोबसांग जम्पा ने बताया कि संक्रमण से मौत के मामले कैपिटल कॉम्प्लेक्स क्षेत्र और अपर सुबनसिरी जिले से हैं। संक्रमण के सर्वाधिक 103 मामले कैपिटल कॉम्प्लेक्स क्षेत्र से, तवांग से 49 और लोअर सुबनसिरी से 42 मामले सामने आए हैं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि आज पूरे प्रदेश में मात्र 3,300 केस आए हैं। 30 अप्रैल को सक्रिय मामलों की संख्या 3,10,000 थी जो आज घटकर मात्र 62,000 रह गई है। पॉजिटिविटी 3% के आसपास रह गई है और रिकवरी 95% पहुंच गई है। बताते चलें कि मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने देवरिया में कोविड कमांड सेंटर और स्वास्थ्य केंद्र का जायज़ा लिया और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। मुख्यमंत्री ने स्थानीय लोगों से बातचीत भी की।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों के पास कोविड-19 टीकों की 1.77 करोड से अधिक खुराक अब भी मौजूद हैं और अगले तीन दिन में उन्हें टीकों की और एक लाख खुराकें मिल जाएंगी। मंत्रालय ने बताया कि केंद्र ने राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों को अब तक नि:शुल्क श्रेणी तथा राज्य द्वारा सीधे खरीद की श्रेणी में टीके की 22,00,59,880 खुराकें उपलब्ध करवाई हैं। मंत्रालय ने बुधवार सुबह आठ बजे तक उपलब्ध आंकड़ों के हवाले से बताया कि इसमें से टीकों की कुल 20,13,74,636 खुराकों (जिसमें बेकार गए टीके भी शामिल हैं) का इस्तेमाल हुआ है।
डमान एवं निकोबार द्वीपसमूह में कोविड-19 के 25 नए मामले सामने आने के बाद केन्द्र शासित प्रदेश में संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 6,878 हो गई। वहीं, दो और लोगों की संक्रमण से मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 106 हो गई। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि 49 और लोगों के ठीक होने के बाद केन्द्र शासित प्रदेश में संक्रमण मुक्त हुए लोगों की संख्या बढ़कर 6,544 हो गई। अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह में अभी 228 लोगों का कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है।
मिजोरम में कोविड-19 के 317 नए मामले सामने आने के बाद राज्य में संक्रमित हुए लोगों की संख्या बढ़कर 10,937 हो गई। नए मामलों में 60 बच्चे भी शामिल हैं। अधिकारियों ने बताया कि नए 317 मामलों में से आइजोल में 258 और लॉन्गतलाई में 26 नए मामले सामने आए। उन्होंने बताया कि इनमें से 16 ने हाल ही में यात्रा की थी और 283 संक्रमित लोगों के सम्पर्क में आने के बाद संक्रमित हुए। अन्य 18 लोग कैसे संक्रमित हुए, इसका पता लगाया जा रहा है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने देश में कोरोना रोधी टीकाकरण की कथित तौर पर धीमी गति होने को लेकर बुधवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि टीके को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निजी प्रचार का साधन बना दिया गया जिस कारण दुनिया का सबसे बड़ा टीका निर्माता राष्ट्र भारत आज दूसरे देशों द्वारा किए जा रहे ‘टीके के दान पर निर्भर है।’ उन्होंने सरकार से सवाल करने संबंधी अपनी ‘जिम्मेदार कौन ?’ श्रृंखला के तहत फेसबुक पोस्ट में यह भी पूछा कि प्रधानमंत्री के अनुसार, जब सरकार ने पिछले साल ही टीकाकरण की पूरी योजना तैयार कर ली थी, तब ये हालात पैदा क्यों हुए?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि कई देशों और भारत ने कोरोना महामारी की दूसरी लहर को महसूस किया। हमने एक सदी से इस तरह की महामारी नहीं देखी। पिछले एक साल में कई बदलाव हुए। अब हमें महामारी की बेहतर समझ है, हमारे पास वैक्सीन है। मैं फ्रंटलाइन हेल्थकेयर वर्कर्स,डॉक्टरों,नर्सों को एक बार फिर सलाम करता हूं जो निस्वार्थ भाव से दूसरों की सेवा करने के लिए अपनी जान जोखिम में डालते हैं और जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। उनके परिजनों के प्रति शोक व्यक्त करता हूं।
देश में कोविड-19 के एक दिन में 2,08,921 नए मामले सामने आने से संक्रमण के मामले बढ़कर 2,71,57,795 हुए वहीं संक्रमण से 4,157 लोगों के जान गंवाने से मृतकों की संख्या 3,11,388 हुई ।मंगलवार को देश में 41 दिन बाद दो लाख से कम 1,96,427 नए मामले दर्ज किए गए थे।
महाराष्ट्र के ठाणे जिले में 656 और लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद महामारी के मामले बढ़कर 5,11,665 हो गए हैं। एक अधिकारी ने बुधवार को बताया कि मंगलवार को सामने आए इन नए मामलों के अलावा संक्रमण से 40 और लोगों ने जान गंवाई जिससे मृतकों की संख्या 8,963 पर पहुंच गई। उन्होंने बताया कि ठाणे में कोविड-19 से मृत्यु दर 1.75 प्रतिशत है। जिला प्रशासन ने स्वस्थ हो चुके और उपचाराधीन मरीजों की जानकारी मुहैया नहीं करायी है।
उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस संक्रमण से 163 लोगों की मौत हो गयी। साथ ही 3957 नए मामले सामने आए हैं। राज्य में अब तक कोविड -19 से 19519 लोगों की मौत हुई है। पिछले 24 घंटे में 10441 मरीज ठीक हुए हैं।
दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने सोमवार को विश्व स्वास्थ्य सभा में कहा कि कोविड-19 रोधी टीकों के वितरण में गरीब और अमीर देशों के बीच के भेद को खत्म करना नैतिक रूप से अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा, ‘‘सम्पन्न देशों में लाखों लोगों का टीकाकरण हो चुका है जबकि गरीब देशों में अरबों लोग टीके का इंतजार कर रहे हैं और उनके संक्रमित होने तथा उनकी जान जाने का खतरा बना हुआ है। इसमें सुधार लाने के लिए हम सभी को मिलकर काम करना होगा।’’
ऑस्ट्रिया ने ब्रिटेन में कोरोना वायरस के नए स्वरूप के मिलने और उसके फैलने के मद्देनजर वहां से आने वाली उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि केवल ऑस्ट्रियाई नागरिक या ऑस्ट्रिया के निवासियों को ही ब्रिटेन से अपने देश आने की अनुमति होगी। एक जून से ब्रिटेन की सभी उड़ानों के ऑस्ट्रिया आने पर रोक होगी। ऑस्ट्रिया ने ब्राजील, भारत और दक्षिण अफ्रीका के बाद अब ब्रिटेन को भी उन देशों की सूची में डाल दिया है जहां कोरोना वायरस का नया स्वरूप पाया गया है।
देश में कोरोना से हर दिन हजारों लोगों की मौत हो रही है। दूसरी लहर में अब तक 513 डॉक्टरों की मौत हो गयी है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की तरफ से कहा गया है कि सबसे अधिक डॉक्टरों की मौत दिल्ली में हुई है जहां 41 जान गयी है। राजस्थान में 39 डॉक्टरों की मौत हुई है।
अमेरिकी फर्मा कंपनी फाइजर इस साल यानी 2021 तक भारत को वैक्सीन की पांच करोड़ डोज देने को तैयार है। फाइजर इसके बदले कुछ रियायते चाहती है। वहीं अमेरिकी फर्मा कंपनी मॉडर्ना अपनी सिंगल डोज वैक्सीन अगले साल तक भारत में लॉन्च कर सकती है।
देश की राजधानी दिल्ली में बुधवार से 'ड्राइव थ्रू' टीकाकरण की शुरुआत की जा रही है। अब लोगों को वाहन में बैठे हुए ही कोरोना वैक्सीन लगाए जाने की सुविधा मिलने वाली है। देश में पहले 'ड्राइव थ्रू' टीकाकरण की शुरुआत दिल्ली के द्वारका में आकाश हेल्थकेयर सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में आज से शुरू होगा।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस से मुलाकात की और इस दौरान कोविड-19 महामारी के चलते उपजी चुनौतियों को लेकर व्यापक चर्चा की। बैठक के दौरान जयशंकर ने तत्काल और प्रभावी वैश्विक टीका समाधान तलाशने की महती आवश्यकता को रेखांकित किया। इस साल जनवरी में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में गैर स्थायी सदस्य के तौर पर भारत के शामिल होने के बाद जयशंकर की संयुक्त राष्ट्र प्रमुख से यह पहली प्रत्यक्ष मुलाकात थी।
हरियाणा में 24 मई तक ब्लैक फंगस या म्यूकरमाइकोसिस के 454 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से गुड़गांव जिले में सबसे अधिक 156 मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा मंगलवार को जारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में महामारी की मौजूदा स्थिति की उच्चस्तरीय समीक्षा करते हुए मंगलवार को अधिकारियों से कहा कि पश्चिम बंगाल में संक्रमण की दर बहुत ज्यादा है और वहां से बस/ट्रेन सहित सार्वजनिक परिवहन से आने वाले सभी लोगों की अनिवार्य जांच करायी जाए।
दो और ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेनें 238.5 टन तरल चिकित्सकीय ऑक्सीजन (एलएमओ) लेकर बेंगलुरु पहुंचीं। दक्षिण पश्चिम रेलवे ने मंगलवार को यह जानकारी दी। ये कर्नाटक को जीवन रक्षक गैस पहुंचाने वाली ग्यारहवीं और बारहवीं ट्रेनें हैं। इन ट्रेनों ने अब तक राज्य को 1,420.64 टन एलएमओ पहुंचायी है।
कोविड-19 के मामूली संक्रमण से निपटने के कुछ महीने बाद भी लोगों में प्रतिरक्षी कोशिकाएं होती हैं जो कोरोना वायरस के खिलाफ रोग प्रतिरोधक क्षमता उत्पन्न करती हैं। यह जानकारी एक अध्ययन में दी गई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार भारत में कोरोना वायरस के 2 लाख से कम नए मामले दर्ज किए गए। दैनिक पॉजिटिविटी रेट अब 9.54% रह गयी है। आंकड़ों के अनुसार, देश में अभी 25,86,782 लोगों का कोरोना वायरस संक्रमण का इलाज चल रहा है, जो कि कुल मामलों का 9.60 प्रतिशत है।
पश्चिम बंगाल में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 17,005 नए मामले सामने आए हैं। इस दौरान 19,057 लोग डिस्चार्ज हुए और 157 लोगों की मृत्यु दर्ज़ की गई।
महाराष्ट में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 24,136 नए मामले सामने आए हैं। इस दौरान 36,176 लोग डिस्चार्ज हुए और 601 लोगों की मृत्यु दर्ज़ की गई। अबतक महाराष्ट्र में कुल 90,349 की मौत इसा महामारी की वजह से हो चुकी है।
राजस्थान में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 3,404 नए मामले सामने आए हैं। इस दौरान 15,635 लोग डिस्चार्ज हुए और 105 लोगों की मृत्यु दर्ज़ की गई।
ब्लैक फंगस के मामलों में वृद्धि के बीच इंदौर में हफ्ते भर में इस संक्रमण से पीड़ित चार मरीजों की जान बचाने केलिए सर्जनों को उनके ऊपरी जबड़े का आधा हिस्सा काट कर निकालना पड़ा है। शासकीय स्वशासी दंत चिकित्सा महाविद्यालय के एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। महाविद्यालय के सहायक प्रोफेसर और मुख व चेहरे के सर्जन अमित रावत ने "पीटीआई-भाषा" को बताया, "हमारे महाविद्यालय के सर्जनों की टीम पिछले एक हफ्ते के दौरान ब्लैक फंगस के 50 मरीजों का ऑपरेशन कर चुकी है।
माडर्ना ने मंगलवार को दावा किया कि उसका कोविड-19 रोधी टीका वयस्कों के साथ ही उन बच्चों पर भी प्रभावी है जो 12 साल के हो चुके हैं। इसके साथ ही यह टीका इस आयुवर्ग के लिये अमेरिका में टीके का दूसरा विकल्प बनने की राह पर है। टीकों की वैश्विक आपूर्ति की कमी अब भी बरकरार है और दुनिया के अधिकांश देश महामारी के शमन के लिये वयस्कों के टीकाकरण में संघर्ष कर रहे हैं। अमेरिका और कनाडा ने हालांकि इस महीने की शुरुआत में एक अन्य टीके- फाइजर और बायोएनटेक द्वारा निर्मित- को 12 साल के आयुवर्ग से ज्यादा की उम्र के लोगों को देने की मंजूरी दी थी।
मंगलवार को दिल्ली उच्च न्यायालय ने उम्मीद जताई कि दिल्ली सरकार गरीब लोगों खासकर निराश्रित महिलाओं और दिव्यांग बच्चों के लिए राशन उपलब्ध कराने की अपनी नीति को तेजी से अंतिम रूप देगी “ताकि वैश्विक महामारी के दौरान वे भोजन के अभाव में भूखे नहीं रहें।” न्यायमूर्ति रेखा पल्ली ने यह टिप्पणी दिल्ली सरकार के स्थायी अधिवक्ता संतोष के त्रिपाठी के कथन पर की जिन्होंने कहा कि गरीबों को राशन एवं भोजन उपलब्ध कराने की सरकार की नीति पर काम जारी है और उसे जल्द ही अंतिम रूप दे दिया जाएगा। दिल्ली सरकार की ओर से यह दलील अदालत द्वारा यह पूछे जाने पर दी गई कि, “आप क्या चाहते हैं कि वे (गरीब लोग) क्या करें? खाने के लिए भीख मांगे?’’ त्रिपाठी ने अदालत को बताया कि महामारी के दौरान गरीबों को राशन उपलब्ध कराने के लिए जल्द ही राष्ट्रीय राजधानी भर में करीब 240 केंद्र खोले जाएंगे। राशन बिना किसी पहचान पत्र के उपलब्ध कराया जाएगा।
केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि हमें वैक्सीन नहीं मिल रही है, हम हर संभव तरह से वैक्सीन लाने की कोशिश कर रहे हैं। हम केंद्र से वैक्सीन मांग रहे हैं, सीधे कंपनियों से भी वैक्सीन खरीदने की कोशिश कर रहे हैं। राज्य वैक्सीन खरीदने के लिए तैयार है, उसके बाद भी वैक्सीन की कमी है।
डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि कोविड-19 के लिए अपने कोवैक्सिन टीके को आपात उपयोग वाली सूची (ईयूएल) में शामिल कराना चाह रही भारत बायोटेक से और अधिक जानकारी प्राप्त करने की जरूरत है। डब्ल्यूएचओ की वेबसाइट पर 18 मई को जारी ‘डब्ल्यूएचओ की ईयूएल मूल्यांकन प्रक्रिया में कोविड-19 टीकों की स्थिति’ पर ताजा दिशा-निर्देश रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत बायोटेक ने 19 अप्रैल को ईओआई (रुचि पत्र) जमा किया था तथा उससे अभी और जानकारी चाहिए। डब्ल्यूएचओ के अनुसार, टीकों के आपात उपयोग की प्रक्रिया के लिए सूचीबद्ध करने के लिहाज से अनुमति देने के आवेदन गोपनीय होते हैं। एजेंसी के अनुसार, यदि मूल्यांकन के लिए जमा किया गया कोई दस्तावेज सूची में शामिल करने के मानदंड को पूरा करता पाया जाता है तो डब्ल्यूएचओ व्यापक परिणाम जारी करेगा। इस बीच हैदराबाद स्थित भारत बायोटक इंटरनेशनल लिमिटेड (बीबीआईएल) ने सरकार से कहा है कि उसने कोवैक्सिन टीके को आपात उपयोग सूची (ईयूएल) में शामिल कराने के लिए डब्ल्यूएचओ को 90 प्रतिशत दस्तावेज जमा कर दिये हैं।
कोरोना के बेकाबू हो चुके संक्रमण के बावजूद गुजरात सरकार ने 12वीं बोर्ड की परीक्षा कराने का ऐलान किया है। गुजरात के शिक्षामंत्री भूपेंद्र सिंह चुड़ासमा ने कहा है कि राज्य में 12वीं बोर्ड की परीक्षा पुराने नियमों के अनुसार ही होगी। राज्य में परीक्षा 1 जुलाई को आयोजित किए जाएंगे।
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में अभी तक संक्रमण से 3,07,231 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से महाराष्ट्र के 89,212, कर्नाटक के 25,811, दिल्ली के 23,409, तमिलनाडु के 20,872, उत्तर प्रदेश के 19,362, पश्चिम बंगाल के 14,517, पंजाब के 13,468 और छत्तीसगढ़ के 12,646 लोग थे। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का आईसीएमआर के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है।