पूरी दुनिया के साथ कोरोना वायरस के संक्रमण से जूझ रहे बिहार को इन मुश्किल हालात में तिहरी मार लगी है। दरअसल बिहार में कोरोना वायरस के साथ ही बर्ड फ्लू फैलने से सनसनी मच गई है। इसके साथ ही स्वाइन फ्लू की आहट भी राज्य में महसूस की जा रही है। इतना ही नहीं अब बिहार में चमकी बुखार (Accute Ensephalitis Syndrome) का भी पहला केस सामने आ गया है। बता दें कि बीते साल बिहार में चमकी बुखार से प्रदेशभर में 431 बच्चे बीमार हुए थे और 111 बच्चों की मौत हो गई थी।
बिहार के पटना, नालंदा और नवादा जिलों में सैंकड़ों पक्षियों के मरने का मामला सामने आया है। वहीं राज्य के भागलपुर और रोहतास जिलों में 50 सुअरों की भी संदिग्ध हालत में मौत हो गई है। आशंका जतायी जा रही है कि पक्षियों के मरने की वजह बर्ड फ्लू और सुअरों की मौत की वजह स्वाइन फ्लू हो सकता है।
एहतियातन बिहार एनीमल हसबेंड्री डिपार्टमेंट ने शुक्रवार को बड़ी संख्या में मुर्गियों को मारकर दफनाया। सीएम नीतीश कुमार ने एनीमल एंड फिशरीज विभाग के अधिकारियों को युद्धस्तर पर इन बीमारियों को रोकने के लिए उपाय करने के निर्देश दिए हैं। बर्ड फ्लू आमतौर पर पक्षियों को अपना निशाना बनाता है लेकिन कुछ मामलों में इसके इंसानों में भी पहुंचने की पुष्टि हुई है।
गर्मी बढ़ने के साथ ही बिहार के मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार का इस साल का पहला मामला सामने आया है। पिछले साल यह बीमारी बिहार में कहर बनकर टूटी थी और इससे 111 बच्चों की मौत हो गई थी।
बिहार में कोरोना वायरस के संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। शुक्रवार को पटना में कोरोना वायरस संक्रमण के दो नए मामले सामने आए, जिसके पूरे प्रदेश में कोरोना वायरस के कुल मरीजों की संख्या 9 हो गई है।