केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने सोमवार को पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को कोविड -19 संकट से लड़ने के लिए उनके द्वारा पीएम नरेंद्र मोदी को लिखी गई चिट्ठी का जवाब दिया। मनमोहन सिंह को ट्विटर पर पत्र टैग करते हुए हर्षवर्धन ने कहा कि इतिहास सिंह के प्रति दयालु होगा अगर सिर्फ उनकी ही पार्टी कांग्रेस ने उस सलाह का पालन किया होता जो कि वे पीएम नरेंद्र मोदी को दे रहे हैं।
बता दें कि भारत में कोविड -19 मामलों की बढ़ती संख्या के बारे में चिंतित पूर्व प्रधानमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉ मनमोहन सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कोविड -19 संकट के समाधान के लिए पांच सूत्री सुझाव पत्र लिखा था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दो पेज के पत्र में, कांग्रेस नेता ने कहा था कि देश में टीकाकरण को सिर्फ संख्या में नहीं देखना चाहिए, बल्कि कितनी फीसदी आबादी को टीका लगाया जा चुका है इसके आधार पर देखा जाना चाहिए।
हर्षवर्धन ने मनमोहन सिंह से उनकी पार्टी को ये सुझाव देने को कहा। हर्षवर्धन ने कहा कि मनमोहन सिंह की सलाह कांग्रेस के नेताओं को माननी चाहिए। मंत्री ने कहा, “हालांकि, मुझे पूरा विश्वास है कि आप मुझसे सहमत होंगे कि यह एक ऐसी बात है जिसे आपकी पार्टी को और नेताओं को भी पालन करना चाहिए। जाहिर है, यह नहीं हो सकता कि कुल मामलों, सक्रिय मामलों, मृत्यु दर पर चर्चा हो जिसे कांग्रेस पार्टी अक्सर करने की कोशिश करती है, लेकिन टीकाकरण की संख्या को आबादी के प्रतिशत के रूप में देखा जाए। ”
History shall be kinder to you Dr Manmohan Singh ji if your offer of ‘constructive cooperation’ and valuable advice was followed by your @INCIndia leaders as well in such extraordinary times !
Here’s my reply to your letter to Hon’ble PM Sh @narendramodi ji@PMOIndia pic.twitter.com/IJcz3aL2mo
— Dr Harsh Vardhan (@drharshvardhan) April 19, 2021
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, “यह चौंकाने वाला है कि कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ सदस्य हमारे वैज्ञानिक समुदाय और वैक्सीन निर्माताओं के प्रति दुनिया भर में टीकों के के लिए कृतज्ञता का एक भी शब्द नहीं कहते हैं।”
डॉ हर्षवर्धन ने आरोप लगाया कि कई कांग्रेस सदस्यों और कांग्रेस शासित राज्य सरकारों ने इन टीकों के बारे में झूठ फैलाने में रुचि ली है। जिससे हमारे देशवासियों के जीवन के साथ खिलवाड़ हो रहा है।
मंत्री ने ये ट्वीट किया था कि वे सोशल मीडिया पर यूजर्स द्वार ट्रोल कर दिए गए। भविका कपूर (@BhavikaKapoor5) ने लिखा, ‘आप तो कोरोनिल का प्रचार कर रहे थे। आपको पता नहीं है कि अमेरिका ने कोविड वैक्सीन के लिए इस्तेमाल में लाए जाने वाले कच्चे माल की सप्लाई रोक दी है।आप ने कहा था कि कोरोना इमरजेंसी नहीं है। आप ऑक्सीजन का इंतजाम कैसे करेंगे?’
वहीं योगगुरु रामदेव के संस्थान पतंजलि में 39 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इस बात को लेकर भी सोशल मीडिया पर यूजर्स ने रामदेव को ट्रोल करना शुरू कर दिया। मोहम्मद जुबेर (@zoo_bear) ने लिखा कि क्या कोरोनिल काम नहीं कर रही है?