दुनिया में पिछले डेढ़ साल से कहर बनकर टूट रहा कोरोना वायरस ने मुंबई की एक डॉक्टर की भी जान ले ली। मुंबई की 51 वर्षीय डॉ. मनीषा जाधव को शायद इस बात का अंदेशा हो गया था, इसीलिए उन्होंने दुनिया को छोड़ने से पहले फेसबुक पर अपना विदाई संदेश पोस्ट कर दिया और लोगों को कहा कि यह उनका आखिरी अभिवादन है।

डॉ. मनीषा जाधव मुंबई के सेवरी टीबी अस्पताल में मुख्य चिकित्सा अधिकारी थीं। सोमवार देर रात उनका निधन हो गया। निधन से कुछ ही घंटों पहले उन्होंने अपने फेसबुक एकाउंट पर एक पोस्ट किया। इसमें उन्होंने लिखा, “शायद यह मेरी आखिरी गुड मॉर्निंग हो। मैं आपको अब शायद इस प्लेटफॉर्म पर न मिलूं। सभी लोग अपना ध्यान रखें। शरीर मरता है, आत्मा नहीं, आत्मा अमर होती है।” इस पोस्ट को करने के कुछ घंटे बाद उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया। यह बेहद भावुक करने वाला पोस्ट था।

महाराष्ट्र के नासिक में कोविड-19 रोगियों के एक अस्पताल में बुधवार को भंडारण संयंत्र से ऑक्सीजन के रिसाव के बाद इस गैस की आपूर्ति बाधित होने से कम से कम 22 कोविड-19 मरीजों की मृत्यु हो गयी। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। नगर निगम के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अस्पताल में 150 मरीज भर्ती थे जिनमें से घटना के वक्त 23 वेंटिलेटर पर थे तथा बाकी ऑक्सीजन पर थे।

जिलाधिकारी सूरज मांढरे ने संवाददाताओं से कहा, “मौजूदा जानकारी के अनुसार जाकिर हुसैन निगम अस्पताल में ऑक्सीजन की आपूर्ति बाधित होने से 22 लोगों की मृत्यु हो गयी। ये रोगी वेंटिलेटर और ऑक्सीजन पर थे। ऑक्सीजन आपूर्ति टैंक में रिसाव के बाद गैस की आपूर्ति बाधित हो गयी।” मांढरे ने कहा कि नगर निगम ने तत्काल शहर में दूसरी जगहों से ऑक्सीजन सिलेंडर लाकर लगाये हैं, जहां ऑक्सीजन की जरूरत अपेक्षाकृत कम थी।

स्थानीय अधिकारियों के अनुसार दोपहर करीब 12.30 बजे ऑक्सीजन रिसाव का पता चला जिसके बाद अस्पताल के अधिकारियों को जानकारी दी गयी। अधिकारियों ने बताया कि इसके बाद अस्पताल के अधिकारियों ने निगम आयुक्त कैलाश जाधव से संपर्क कर रिसाव रोकने के लिए तकनीकी मदद मांगी। मांढरे ने कहा कि अस्पताल परिसर में स्थित ऑक्सीजन भंडारण टैंक का रख-रखाव एक निजी कंपनी देखती है।