कांग्रेस के तेज तर्रार प्रवक्ता राजीव त्यागी का बुधवार को दिल का दौरा पड़ने के चलते निधन हो गया। वह 50 साल के थे। राजीव त्यागी की तबियत एक टीवी डिबेट के बाद बिगड़ी और वह दुनिया को अलविदा कह गए। राजीव त्यागी आखिरी बार हिंदी न्यूज चैनल आजतक पर एक डिबेट में शामिल हुए थे। इस दौरान बेंगलुरु हिंसा को लेकर उनकी संबित पात्रा के साथ गरमागरम बहस भी हुई थी। शो पर उन्होंने एक मुस्लिम स्कॉलर को भी लताड़ लगाई थी।

दरअसल,  बेंगलुरु में फेसबुक पोस्ट को लेकर हुई हिंसा पर वह कांग्रेस का मत रख रहे थे। टीवी एंकर ने कहा कि बेंगलुरु हिंसा में कांग्रेस विधायक का नाम आया है , वो दलित थे। ना कोई दलित चिंतक बोला, ना संविधान को जब सड़कों पर रौंदा जा रहा था कोई संविधान का ठेकेदार बाहर निकला और अभिव्यक्ति की आजादी तो भूल ही जाइए क्योंकि धर्म का मामला आ गया तो अभिव्यक्ति की आजादी वैसे ही डब्बे में चली जाती है।

इस  पर राजीव त्यागी ने कहा, देखिए सबसे पहले मैं स्पष्ट कर दूं कि किसी भी संस्था या किसी भी व्यक्ति द्वारा की गई हिंसा की कांग्रेस निंदा करती है और सरकार से सिर्फ इतना ही कहना चाहती है कि जो भी दोषी है उनको सजा मिलनी चाहिए। दोषी चाहे कोई भी हो लेफ्ट विंग का हो राइट विंग का हो या कोई भी हो।

इसके बाद उन्होंने कहा कि अब मैं संबित पात्रा और इस्लामिक स्कॉलर की बातों पर आता हूं। ये जो इस्लामिक स्कॉलर हैं ये इस्लामिक स्कॉलर नहीं है। अगर होते तो इन्हें कुरान की शिक्षा की जानकारी होती। जिन शिक्षाओं में प्रेम और सौहार्द्र की बात कही गई है  इन बातों को बताते लेकिन वो तो कह रहे हैं कि पीएफआई और जो संस्थाएं है वो मुस्लिमों के लिए लड़ रही हैं। भईया लड़ने की कोई जरूरत नहीं है। देश में संविधान है। उसके अनुसार लड़े।

इसके अलावा संबित पात्रा को लेकर उन्होंने कहा कि संबित पात्रा का कहने के ये मतलब है कि हिंदुओं पर बड़ा अत्याचार हो रहा है जबकि हिंदूवादी सरकार है। तैमूर लंग, मोहम्मद गजनवी, अंग्रेज, डच पता नहीं कौन- कौन आए लेकिन हिंदू धर्म को खत्म नहीं कर पाए, पता नहीं 2014 से हिंदू धर्म पर कितना आक्रमण हो रहा है। बेहतर होगा कि हिंदुओं को रोजगार दे दो, उन्हें शिक्षा दे दो।

राजीव त्यागी के निधन पर राजनीतिक गलियारे में शोक की लहर दौड़ गई। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि कांग्रेस ने आज अपना एक बब्बर शेर खो दिया। राजीव त्यागी के कॉंग्रेस प्रेम व संघर्ष की प्रेरणा हमेशा याद रहेंगे। उन्हें मेरी भावभीनी श्रद्धांजलि व परिवार को संवेदनाएं। इसके अलावा अन्य पार्टियों के लोगों ने भी राजीव त्यागी के निधन पर शोक संवेदनाएं जाहिर की हैं।