भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नये राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बुधवार को अपना पदभार संभालने के बाद संचालन समिति (Steering Committee) का गठन कर दिया। उन्होंने कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की जगह इस कमेटी का गठन किया है। इसमें पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह समेत 47 नेताओं को जगह दी गई है। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल ने मीडिया को जारी पत्र में बताया कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के संविधान की धारा 15(बी) के तहत पार्टी अध्यक्ष ने इसका गठन किया है।

खड़गे की अध्यक्षता में अंतरिम पैनल तब तक के लिए कांग्रेस कार्य समिति (CWC) की जगह लेगा जब तक कि पार्टी के पूर्ण सत्र में खड़गे के निर्वाचन की पुष्टि के बाद नई सीडब्ल्यूसी नहीं बन जाती है। विवेक बंसल को छोड़कर पिछली सीडब्ल्यूसी के सभी सदस्यों और स्थायी आमंत्रित सदस्यों को समिति में बरकरार रखा गया है। पूर्व विधायक बंसल, जो पिछली सीडब्ल्यूसी में स्थायी रूप से आमंत्रित सदस्य थे, अब पार्टी के हरियाणा मामलों के प्रभारी हैं।

इस कमेटी में अन्य नेताओं में एके एंटनी, अभिषेक मनु सिंघवी, अजय माकन, अंबिका सोनी, आनंद शर्मा, अविनाश पांडेय, गायखंबम, हरीश रावत, जयराम रमेश, जितेंद्र सिंह, कुमारी शैलजा, केसी वेणुगोपाल, ललथनहवला, मुकुल वासनिक, ओमन चांडी, प्रियंका गांधी वाड्रा, पी. चिदंबरम, रणदीप सिंह सुरजेवाला, रघुबीर मीना, तारिक अनवर, डॉ. ए. चेल्ला कुमार, डॉ. अजय कुमार, अधीर रंजन चौधरी, भक्त चरण दास, देवेंद्र यादव, दिग्विजय सिंह आदि शामिल हैं।

शशि थरूर को नहीं मिली समिति में जगह

सोनिया गांधी के नेतृत्व में पिछली सीडब्ल्यूसी में विशेष आमंत्रित सदस्य रहे किसी भी व्यक्ति को खड़गे द्वारा बनाई गई नई संचालन समिति में जगह नहीं मिली है। खड़गे के खिलाफ चुनाव लड़ने वाले शशि थरूर समिति के सदस्यों में नहीं हैं।

नई समिति में शामिल नहीं किए गए सीडब्ल्यूसी के विशेष आमंत्रित सदस्यों में अजय कुमार लल्लू, चिंता मोहन, दीपेंद्र सिंह हुड्डा, सचिन राव के अलावा सेवा दल के मुख्य आयोजक लालजी देसाई, आईवाईसी प्रमुख श्रीनिवास बीवी, एनएसयूआई प्रमुख नीरज कुंदन, महिला कांग्रेस प्रमुख नेट्टा डिसूजा हैं और इंटक अध्यक्ष जी संजीव रेड्डी शामिल हैं।

असंतुष्ट समूह G-23 के एक प्रमुख नेता आनंद शर्मा को बरकरार रखा

सीडब्ल्यूसी सदस्य और असंतुष्ट समूह G-23 के प्रमुख नेता आनंद शर्मा, जो संगठनात्मक बदलाव पर जोर दे रहे थे, को संचालन समिति में बरकरार रखा गया है। इससे पहले दिन में, खड़गे के नए प्रमुख के रूप में कार्यभार संभालने के तुरंत बाद, सीडब्ल्यूसी के सभी सदस्यों और पार्टी के पदाधिकारियों ने नए पार्टी प्रमुख को अपना इस्तीफा सौंप दिया ताकि वह अपनी टीम चुन सकें।