Congress Plenary Session: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में कांग्रेस के महाधिवेशन में जहां केंद्र की बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साधा। वहीं अपने बचपन के दिनों को भी याद किया। राहुल गांधी ने कहा कि मैं 1977 में 6 साल का था। मुझे चुनाव के बारे में नहीं पता था। मैंने मां से पूछा कि क्या हुआ? मां ने कहा कि हम घर छोड़ रहे। तब तक मुझे लगता था कि वह हमारा घर है… मैं इस बात पर हैरान था। 52 साल हो गए, मेरे पास घर नहीं है।
मां के शब्द सुनकर मैं हैरान रह गया: राहुल गांधी
गांधी ने कहा कि मां ने पहली बार मुझे बताया कि राहुल यह हमारा घर नहीं है, यह सरकार का घर है। अब हमें यहां से जाना है। राहुल ने कहा कि हमने मां से पूछा कहां जाना है? मां ने कहा कि नहीं मालूम है। बकौल राहुल, मां के यह शब्द सुनकर मैं हैरान रह गया। मैंने सोचा था कि वो हमारा घर था। राहुल गांधी ने कहा कि 52 साल हो गए, मेरे पास आज तक घर नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारे परिवार को जो घर है वो प्रयागराज (इलाहाबाद) में है, लेकिन वो भी हमारा घर नहीं है।
विदेश मंत्री जय शंकर के बयान पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि एक मंत्री ने इंटरव्यू में कहा कि चीन की अर्थव्यवस्था भारत से बड़ी है तो हम उनसे कैसे लड़ें? राहुल गांधी ने कहा कि जब अंग्रेज हम पर राज करते थे तो क्या उनकी अर्थव्यवस्था हमसे छोटी थी? यानी जो आपसे ताकतवर है उनसे लड़ें ही मत। इसको कायरता कहते हैं।
राहुल गांधी ने कहा कि सावरकर की विचारधारा है अगर जो आपके सामने आपसे ताकतवर, मजबूत है उसके सामने सर झुका दो। हिंदुस्तान के मंत्री चीन से कह रहे हैं कि आपकी अर्थव्यवस्था हमसे बड़ी है, इसलिए हम आपके सामने नहीं खड़े हो सकते। इसको देश भक्ति कहते हैं क्या? यह कौन सी देश भक्ति है?
कांग्रेस सांसद ने अडानी मुद्दे को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा। राहुल गांधी ने कहा कि मैंने संसद में एक उद्योगपति पर आक्रमण किया। मैंने सिर्फ एक सवाल पूछा कि मोदी जी आपका अडानी जी से रिश्ता क्या है? पूरी भाजपा सरकार अडानी जी की रक्षा करने लग गई। वे कहते हैं कि जो अडानी जी पर आक्रमण करता वह देशद्रोही है… अडानी जी और मोदी जी एक हैं।
संबित पात्रा बोले- राहुल गांधी आपको भारत की चिंता करने की जरूरत नहीं
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने राहुल गांधी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि जहां तक जिम्मेदारी का सवाल है… गांधी परिवार का एक ही Motto है- Power Without Responsibility। जिम्मेदारी लेंगे नहीं. लेकिन सत्ता चाहिए। इस अधिवेशन में भी कमल की पंखुड़ियां बिछाई जा रही हैं, ताकि गांधी परिवार इन पर चल सके। पात्रा ने कहा कि इस देश को जानने के लिए 52 साल बाद एक छोटी सी यात्रा की, जबकि हमारे नेताओं ने जीवन की शुरुआत में ही अपने घर को छोड़ा। प्रचारक के रूप में उन्होंने देश को समझा और जाना… हमारे दोनों प्रधानमंत्री प्रचारक रहे। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि आज विश्व जानता है कि भारत की क्षमता क्या है। राहुल जी, आपको भारत की चिंता करने की आवश्यकता नहीं है आप अभी भारत को और जानिए।