केंद्र सरकार द्वारा पारित किये गए तीनों कृषि कानून के खिलाफ देशभर के किसान पिछले दो महीने से भी अधिक समय से आंदोलन कर रहे हैं। सरकार और किसान संगठनों के बीच गतिरोध जारी है और अभी तक कोई हाल नहीं निकल पाया है। लेकिन इसी बीच बजट सत्र के शुरुआत के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने सर्वदलीय बैठक में कहा था कि किसान उनसे सिर्फ एक कॉल दूर हैं और कभी भी चर्चा कर सकते हैं। प्रधानमंत्री के इसी बयान पर कांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि मोदी जी आपका नंबर किसके पास है ? ज्ञात हो कि पिछले दिनों राकेश टिकैत ने भी मीडिया के सामने यही कहा था कि आप नंबर बताइए , हम तुरंत फ़ोन लगाते हैं।
दरअसल बजट सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों से जो कहा है हम उसे दोहराना चाहते हैं। हमने कहा कि हम आम सहमति तक नहीं पहुंच रहे हैं, लेकिन हम प्रस्ताव दे रहे हैं और किसान इस पर विमर्श कर सकते हैं। साथ ही उन्होंने कहा था कि मैं सिर्फ एक फोन कॉल की दूरी पर हूं। सरकार का प्रस्ताव अब भी वही है। सरकार हमेशा से बातचीत के लिए तैयार है।
किसान आंदोलन पर चर्चा के दौरान कांग्रेस सांसद प्रताप सिंह बाजवा ने प्रधानमंत्री मोदी की एक कॉल दूर वाली बात पर कहा कि आपका नंबर किसके पास है ? साथ ही बाजवा ने यह भी कहा कि अगर आप 18 महीनों तक इन कानूनों पर रोक लगा सकते हैं तो वापस क्यों नहीं ले सकते हैं? बाजवा ने इस दौरान बॉर्डर पर किसानों के साथ हो रही ज्यादती का मामला भी उठाया। उन्होंने कहा कि हमने युद्ध के दौरान बंग्लादेश के कैदियों को दो साल तक खाना खिलाया लेकिन आपने किसानों को पीने का पानी तक मुहैया कराना बंद कर दिया। उन्होंने यह भी कहा कि गाजीपुर बार्डर पर लगी बैरीकेडिंग बर्लिन की दीवार की तरह दिखाई देती है।
आपको बता दूँ कि पिछले दिनों प्रधानमंत्री मोदी के एक कॉल वाले बयान पर राकेश टिकैत ने कहा था कि वो नंबर बताइए हम तुरंत फोन लगाते हैं। साथ ही राकेश टिकैत ने कहा था कि मेरा नंबर तो सरकार के पास है. इसलिए अगर प्रधानमंत्री ऐसा कह रहे हैं तो हमें वह नंबर दीजिये हम जरुर कॉल लगायेंगे।