केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में कश्मीर के मुद्दे पर संसद में पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू पर निशाना साधा था। इस दौरान उन्होंने कहा था कि कश्मीर मुद्दे से निपटने में जवाहरलाल नेहरू की गलती थी। अपने इस बयान के बाद अमित शाह कांग्रेस के निशाने पर आ गए हैं। कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने तंज कसते हुए कहा कि नेहरू अमित शाह की तरह ज्ञानी नहीं थे।
संसद के शीतकालीन सत्र में भाग लेने पहुंचे कांग्रेस नेता ने अमित शाह से PoK को लेकर सवाल किया। अधीर रंजन चौधरी ने कहा, “शायद पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू गृह मंत्री अमित शाह जितने जानकार नहीं थे। मैं अमित शाह से पूछना चाहता हूं, चूंकि आप जो भी करते हैं वह सही है तो आप PoK कब वापस ले रहे हैं?”
PoK को कब वापस लाया जाएगा?
न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कांग्रेस सांसद ने कहा कि अमित शाह जी को गौर से अध्ययन करना जरूरी है। उस स्थिति में युद्ध विराम जरूरी था। ये हमारी फौज का फैसला था। हो सकता है कि अमित शाह के जैसे उतना ज्ञानी जवाहरलाल नेहरू ना हों। उन्होंने कहा कि मुझे अमित शाह जी से बस यही कहना है कि सब गलती किये हैं। आप तो सही कर रहे हैं। तो मेरा सवाल है कि पीओके को कब वापस लाओगे?
अधीर रंजन चौधरी ने आर्टिकल 370 को हटाए जाने से जुड़े सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद सोमवार को कहा कि गृह मंत्री अमित शाह को यह बताना चाहिए कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को भारत के अधीन कब लाया जाएगा क्योंकि उन्होंने संसद के भीतर ऐसा बयान दिया था। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार को जम्मू-कश्मीर में जल्द से जल्द चुनाव की घोषणा करनी चाहिए और उसका पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करना चाहिए।
अमित शाह ने कश्मीर मुद्दे पर बताई थी नेहरू की गलती
गौरतलब है कि अमित शाह ने सोमवार को कहा था कि आतंकवाद से मुक्त नए और विकसित कश्मीर के निर्माण की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हुई है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सही समय पर जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल किया जाएगा।
गृह मंत्री ने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा, “वह अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को समाप्त किए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर में जमीनी स्तर पर बदलाव नहीं देख पा रहा है जबकि पूरा देश समझ गया है कि कश्मीर मुद्दे से निपटने में पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की गलती थी। शाह ने यह भी कहा कि पीओके भारत का अभिन्न अंग है और कोई भी इसे छीन नहीं सकता।
