ED Summons Sonia Gandhi: कांग्रेस पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को गुरुवार को पूछताछ के लिए प्रवर्तन निदेशालय बुलाए जाने पर पार्टी नेताओं समेत कई विपक्षी दलों ने कड़ा विरोध जताया है। इसको लेकर सड़क से संसद तक धरना-प्रदर्शन किया गया। कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, “पिठ्ठू ED, डरपोक CBI और IT ही अब मोदी सरकार की चाल, चेहरा और चरित्र बन गए हैं। प्रतिशोध की राजनीति में धधकते हुए प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार ना कांग्रेस को ना प्रजातंत्र को डरा पाई है ना डरा पाएगी।” उन्होंने कहा, “हम ना दबेंगे ना झुकेंगे केवल आगे बढ़ेंगे। प्रजातंत्र के प्रहरी नेशनल हेराल्ड स्वतंत्रता संग्राम का चिन्ह है। ये सच की लड़ाई है, ये जीतेंगे।’

सोनिया गांधी से ईडी की पूछताछ पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, “वे (सत्तारूढ़ दल) दिखाना चाहते हैं कि वे कितने शक्तिशाली हैं। हमने संसद में महंगाई का मुद्दा उठाया है लेकिन वे चर्चा के लिए तैयार नहीं हैं। अब हम केंद्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का मुद्दा उठा रहे हैं।”

कांग्रेस पार्टी के कई सांसदों ने गुरुवार को संसद भवन में भी धरना-प्रदर्शन किया। उनका कहना था कि केंद्र सरकार विपक्ष की आवाज को दबाने के लिए एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। इससे पहले 12 विपक्षी दलों के नेताओं ने कांग्रेस नेता से पूछताछ की निंदा की। हालांकि इन विपक्षी दलों में तृणमूल कांग्रेस शामिल नहीं रही।

शशि थरूर, गहलोत और पायलट समेत कई नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया

दिल्ली पुलिस ने विरोध प्रदर्शन कर रहे पार्टी के वरिष्ठ नेताओं मल्लिकार्जुन खड़गे, शशि थरूर, राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत, सचिन पायलट समेत 75 से ज्यादा नेताओं को हिरासत में ले लिया है। राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कहा, “देश में यह पहली बार हो रहा है कि धरना-प्रदर्शन से रोका जा रहा है।” उन्होंने कहा, “उनका (सोनिया गांधी) जिस तरह का व्यक्तित्व और आभामंडल है और चूंकि वह 70 साल से अधिक की हैं, इसलिए ईडी को जांच के लिए उनके घर जाना चाहिए था। मैं ईडी और सीबीआई के प्रमुख से मिलना चाहता हूं और उन्हें बताना चाहता हूं कि लोग केंद्रीय एजेंसियों के बारे में क्या सोच रहे हैं।”

प्रवर्तन निदेशालय के कार्यालय, जहां सोनिया गांधी से पूछताछ की जा रही है, वहां पर पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी पहुंची हैं। प्रवर्तन निदेशालय के चारों तरफ कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। इस बीच सुरक्षा को देखते हुए राजधानी में कई स्थानों पर सड़कों को डायवर्ट कर दिया गया है। पुलिस ने लोगों से कुछ सड़कों पर जाने से बचने की सलाह दी है।

नाना पटोले ने कहा बदनाम करने की साजिश

उधर, मुंबई में भी कांग्रेस नेताओं ने सोनिया गांधी से पूछताछ के लिए बुलाए जाने के विरोध में प्रदर्शन किया। महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा, “प्रवर्तन निदेशालय (ED) जिस तरह से सोनिया गांधी के साथ व्यवहार कर रहा है, यह उनको बदनाम करने की साजिश है। सरकार केंद्रीय एजेंसियों को कांग्रेस के खिलाफ दुरुपयोग कर रही है।”

सोनिया गांधी के समर्थन में विपक्ष के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने भी ट्वीट किया। उन्होंने पूछताछ पर कड़ा विरोध जताते हुए कहा, “ईडी के राजनीतिक नेताओं को तंग करने के रवैये की मैं कड़ी निंदा करता हूं। ईडी के अधिकारियों को सोनिया गांधी के घर जाना चाहिए था। उन्हें ईडी दफ्तर नहीं बुलाया चाहिए।”