कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर के एक ताजा बयान से विवाद खड़ा हो गया है। टैगोर ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की तुलना आतंकी संगठन अल कायदा से की है। टैगोर ने यह टिप्पणी तब की जब उनसे मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के द्वारा आरएसएस-बीजेपी की तारीफ करने को लेकर प्रतिक्रिया मांगी गई।

न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में टैगोर ने कहा, ‘आरएसएस नफरत पर आधारित संगठन है और यह नफरत फैलाता है। नफरत से कुछ सीखने को नहीं मिलता, क्या आप अल कायदा से कुछ सीख सकते हैं, दूसरों से नफरत करता है, उस संगठन से क्या सीखा जा सकता है?’

टैगोर की टिप्पणी पर बीजेपी के प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कड़ी आपत्ति जताई। शहजाद पूनावाला ने कहा, ‘हिंदू, सनातन, सेना, भारत का अपमान करने के बाद वे अब एक राष्ट्रवादी संगठन को भी निशाना बना रहे हैं। ऐसा संगठन जो पिछले 100 सालों से राष्ट्र सेवा के लिए काम कर रहा है, उसे वह आतंकवादी कह रहे हैं लेकिन बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ पूरे अत्याचार के बारे में उनके पास कहने के लिए कुछ नहीं है।’

पूनावाला ने कहा कि कांग्रेस ने वोट बैंक की राजनीति को हर चीज से ऊपर रखा है।

क्या कहा था दिग्विजय सिंह ने?

दिग्विजय सिंह ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की एक पुरानी तस्वीर को अपने X अकाउंट पर शेयर किया था। इसमें उन्होंने बीजेपी और आरएसएस की तारीफ की थी। उन्होंने अपनी पोस्ट में कहा था कि इन संगठनों ने एक आम कार्यकर्ता को राज्य का मुख्यमंत्री और देश का प्रधानमंत्री बनाया है।

दिग्विजय सिंह की टिप्पणी को लेकर कांग्रेस में तमाम तरह की प्रतिक्रिया देखने को मिली। शशि थरूर ने जहां दिग्विजय सिंह का समर्थन किया वहीं पार्टी के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि आरएसएस से सीखने जैसा कुछ भी नहीं है।