Madhya Pradesh Government Crisis news and updates: मध्य प्रदेश में पिछले करीब दो हफ्तों से सियासी उथलपुथल जारी है। इस बीच पार्टी के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने नया खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि मुझे बुरा लगा है कि सिंधिया ने कांग्रेस छोड़ दी है तीन दिन पहले मैंने उससे बात की थी और कहा था कि वे पार्टी न छोड़ें। वे एक युवा और अच्छे वक्ता हैं। पार्टी विचारधारा से बनी है और जो भी इस विचारधारा में भरोसा करते हैं, उन्हें पार्टी को मजबूत बनाना चाहिए।
खड़गे ने बताया कि उन्होंने सिंधिया से कहा था कि जिंदगी में निजी फायदे और नुकसान होते रहते हैं। तुम चार बार के सांसद रहे हो। कई पद संभाले हैं। इसलिए तुम्हारा पार्टी छोड़ना ठीक नहीं है। लेकिन उन्होंने किसी की नहीं सुनी और अपनी शिकायतों के साथ पार्टी छोड़ दी।
गौरतलब है कि दिग्विजय सिंह ने बुधवार (11 मार्च) को ही दावा किया कि उन्हें अंदाजा नहीं था कि सिंधिया कांग्रेस छोड़ कर चले जाएंगे। दिग्विजय ने कहा कि सिंधिया मेरे बेटे जैसा था, ऐसा लगा जैसे मेरे बेटे ने मुझे धोखा दिया। हमने सिंधिया को डिप्टी सीएम तक बनाने की पेशकश की थी, लेकिन वे नहीं माने। सिंधिया को बिल्कुल भी पार्टी से दरकिनार नहीं किया गया। लेकिन वे फिर भी कांग्रेस छोड़कर मोदी-शाह की शरण में चले गए।
इससे पहले जब दिग्विजय और अन्य नेताओं से मध्य प्रदेश के सियासी संकट को लेकर सिंधिया के किरदार पर पूछा गया था, तो उन्होंने कहा था कि उन्हें इस बारे में कुछ नहीं पता। दिग्विजय ने तो एक मौके पर यह कह दिया था कि ज्योतिरादित्य को स्वाइन फ्लू है। इसलिए वो हमसे नहीं मिल पा रहे।
सिंधिया के साथ विधायक भी कांग्रेस से टूटेः बता दें कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ ही कांग्रेस के 22 विधायकों ने भी इस्तीफा दे दिया है। यह विधायक बेंगलुरु के एक होटल में ठहरे हुए हैं। विधायकों के इस्तीफे से कमलनाथ सरकार के अल्पमत में जाने का संकट पैदा हो गया है। हालांकि, कमलनाथ का दावा है कि सभी विधायक साथ हैं और चिंता की कोई बात नहीं है। कांग्रेस ने अपने बाकी विधायकों को फिलहाल जयपुर शिफ्ट कर दिया है। भाजपा विधायक भी शिवराज सिंह चौहान के साथ दिल्ली के नजदीक मानेसर होटल में ठहरे हुए हैं।