देश में कोरोनारोधी टीकाकरण अभियान के एक साल पूरा होने के अवसर पर रविवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने स्वदेश निर्मित टीके कोवैक्सीन पर आधारित डाक टिकट जारी किया। साथ ही मंत्री ने कहा कि देश की 70 फीसद वयस्क आबादी को टीके की दोनों खुराक जबकि 93 फीसद को पहली खुराक दी जा चुकी है।

विशेष डाक टिकट जारी करने के लिए आयोजित कार्यक्रम को आनलाइन संबोधित करते हुए मांडविया ने कहा कि यह भारतीयों के लिए गर्व का पल है और पूरा विश्व भारत के कोरोनारोधी टीकाकरण अभियान की उपलब्धि से अंचभित है। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों ने टीकाकरण अभियान को लेकर संशय जाहिर किया था, हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दृढ़ निश्चयी थे और उन्होंने वैज्ञानिकों और कंपनियों का उत्साहवर्धन जारी रखा। मांडविया ने कहा कि भारत इतनी बड़ी आबादी और विविधता के बावजूद 156 करोड़ खुराक देने की उपलब्धि हासिल करने में कामयाब रहा।

कोरोनारोधी टीकाकरण अभियान के एक साल पूरा होने के अवसर पर भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) और भारत बायोटेक द्वारा विकसित स्वदेशी टीके पर आधारित डाक टिकट जारी किया गया है, जोकि प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करता है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने इस मौके पर सभी वैज्ञानिकों को बधाई भी दी। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि सरकार और निजी क्षेत्र ने टीका अनुसंधान पर मिलकर काम किया और नौ महीने में एक स्वदेशी कोरोनारोधी टीके को विकसित किया गया। साथ ही टीके को मंजूरी देने की प्रक्रिया को भी सरल बनाया गया।स्वास्थ्य मंत्रालय ने दावा किया है कि टीकाकरण के लिए काफी कम जनसंख्या वाले कई विकसित पश्चिमी देशों की तुलना में भारत का टीकाकरण कार्यक्रम सबसे सफल और सबसे बड़े टीकाकरण कार्यक्रमों में से एक रहा है।

टीकाकरण के खिलाफ लड़ाई हुई बेहद मजबूत : मोदी

देश में कोरोनारोधी टीकाकरण अभियान का एक वर्ष पूरा होने के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि इसने वैश्विक महामारी के खिलाफ लड़ाई को बेहद मजबूत बनाया। इसके चलते ही लोगों की जान बचाई जा सकी और सुरक्षित तरीके से आजीविका चलाई जा सकी।

दिल्ली : कोरोना जांच में 37% तक की कमी आई

दिल्ली में कोरोना संक्रमण की जांच लगातार कम हो रही है। बुधवार (12 जनवरी) को एक लाख से ज्यादा (1,05102) जांच हुई। उसकी तुलना में रविवार को हुई कोरोना की जांच में 37 फीसद से ज्यादा की गिरावट दर्ज हुई है। 12 जनवरी की तुलना में गुरुवार को करीब 6 फीसद, शुक्रवार को करीब 25 फीसद , शनिवार को करीब 35 फीसद और रविवार को 37.50 फीसद की कमी दर्ज हुई है।

आंकड़ों के मुताबिक 12 जनवरी को 1,05102, 13 जनवरी को 98,832, 14 जनवरी को 79,578, 15 जनवरी को 67,624 और 16 जनवरी को 65,621 लोगों की कोरोना जांच हुई। पांच दिन पहले की एक लाख पांच हजार से ज्यादा कोरोना टेस्ट की तुलना में यह संख्या घटकर पैंसठ हजार तक पहुंच गई ।

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने रविवार को दिल्ली में कोविड-19 की कथित कम जांच की चिंताओं को दूर करने की कोशिश के तहत दावा किया कि यहां पर आइसीएमआर की सिफारिश से अधिक नमूनों की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि जिनकी जांच करने की जरूरत है उनकी जांच की जा रही है। केंद्र सरकार के नए दिशा-निर्देश के मुताबिक बिना लक्षण वाले लोगों को जांच कराने की जरूरत नहीं है।

साथ ही प्रयोगशाला की जांच में कोरोना विषाणु से संक्रमित पाए गए व्यक्तियों के संपर्क में आए लोगों को भी तब तक जांच कराने की जरूरत नहीं है जब तक उन्हें कोई सहरूगण्ता नहीं है या उनकी उम्र 60 साल से अधिक नहीं है। जैन ने कहा कि नए दिशा-निर्देश सोच विचार कर तैयार किए गए हैं।
दूसरी ओर संक्रमण दर में शनिवार तक लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है। संक्रमण का नमूना देने वाला अब तीसरा व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाया जा रहा है। आंकड़ों के मुताबिक 12 जनवरी को जहां संक्रमण दर 26.22 फीसद थी, वहीं, गुरुवार को यह 29.21, शुक्रवार को 30.64, शनिवार को 30.64 । हालांकि, रविवार को थोड़ा कम 27.87 फीसद संक्रमण की दर दर्ज हुई।