देश में कोरोना वायरस का कहर एक बार फिर बढ़ता दिखाई दे रहा है। भारत में कोरोना की दूसरी लहर ने दस्तक दे दी है और मामले एक बार फिर तेजी से बढ़ने लगे हैं। महाराष्ट्र में महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटों में 40,414 नए कोविड मामले, 17,874 डिस्चार्ज और 108 मौतें दर्ज़ की गई। दर्ज किए गए आंकड़ों में करीब 4000 मामले सिर्फ नागपुर के हैं। राज्य में लगातार कोरोना के मामले बढ़ने के कारण मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने लॉकडाउन लगाने के संकेत दिए हैं।

रविवार को महाराष्ट्र में कोरोना की स्थिति पर चर्चा के बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि अगर लोग नहीं मानेंगे तो फिर राज्य में पिछले साल की तरह सख्त लॉकडाउन लगाया जाएगा। साथ ही उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि लॉकडाउन को लेकर रोडमैप तैयार किए जाएं। कई जिलों में लॉकडाउन और नाईट कर्फ्यू लगाए जाने के बावजूद में राज्य में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण की दर देश में सबसे ज्यादा है। महाराष्ट्र सरकार ने कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर राज्य में रात 8 से 7 बजे के बीच रात्रि कर्फ्यू लगाया है।

महाराष्ट्र सरकार ने सभी सरकारी कार्यालयों में बाहरी लोगों के आने पर रोक लगा दी है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि अगर निजी ऑफिस और व्यावसायिक प्रतिष्ठान कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन करेंगे तो जरूर लॉकडाउन लगाया जाएगा। महाराष्ट्र के कई जिलों में कोरोना दोबारा से बेकाबू होता जा रहा है। इसलिए सरकार ने कई जगहों पर होली के अगले दिन से लॉकडाउन लगाने का निर्णय लिया है। राजधानी मुंबई में स्थिति बदतर होती जा रही है. पिछले 24 घंटे में मुंबई से कोरोना संक्रमण के करीब 6293 मामले दर्ज किए गए। वहीं इतने ही समय में करीब 8 लोगों की मौत इस बीमारी की वजह से हो चुकी है।

रविवार को देशभर में कोरोना के 62 हजार से अधिक मामले सामने आए। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखकर छत्तीसगढ़ के भूपेश बघेल ने इस साल होली नहीं मनाने का फैसला किया है। उन्होंने लोगों से घर पर त्योहार मनाने की अपील की है।

देश के अन्य हिस्सों में भी कोरोना का संक्रमण काफी तेजी से बढ़ता जा रहा है। पंजाब में भी पिछले 24 घंटों में 2,963 कोरोना के नए मामले सामने आए। वहीं उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटों में 1,446 नए कोविड मामले, 367 डिस्चार्ज और 3 मौतें दर्ज़ की गई। साथ ही दिल्ली में 1881 कोरोना के मामले दर्ज किए गए। इसके अलावा कर्नाटक से भी 3082 मामले सामने आए हैं।