BJP के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने शनिवार को कुछ ऑडियो चैट्स जारी कर बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर पर निशाना साधा।

उन्होंने सिलसिलेवार चार ट्वीट्स के जरिए कहा कि क्लब हाउस पर एक सार्वजनिक चैट में किशोर ने मान लिया है कि TMC के आंतरिक सर्वे में भी भाजपा जीत रही है। वोट मोदी को ही जाएगा। विक्रेंद्रीकरण असलियत है। अनुसूचति जाति (बंगाल की आबादी में 27 फीसदी हैं) और मतुआ बीजेपी को वोट डालेंगे। जमीन पर बीजेपी का कैडर है। अगले ट्वीट में उन्होंने कहा, “किशोर ने एक और बात स्वीकारी है कि लेफ्ट, कांग्रेस और टीएमसी के ईकोसिस्टम ने पिछले 20 सालों में मुस्लिमों का तुष्टिकरण किया है। निहितार्थ? इसके चलते जमीन पर आक्रोश है।” मालवीय ने इसी ट्वीट में आगे दावा किया कि बोलने वालों को एहसास नहीं था कि चैट सार्वजनिक थी!

एक और ऑडियो का हिस्सा शेयर करते हुए वह बोले- बंगाल में मोदी बेहद लोकप्रिय हैं और इसमें कोई भी शक नहीं है। देश भर में उन्हें चाहने वाले हैं। टीएमसी के खिलाफ विरोधी लहर है। ध्रुवीकरण सच्चाई है। अनुसूचित जाति बीजेपी की चुनावी मशीनरी के लिए अतिरिक्त फैक्टर है। ये सारी बातें ओपन चैट में दीदी के चुनावी रणनीतिकार ने कहीं।

इतना ही नहीं, चैट के दौरान पीके को अहसास हुआ था शायद वह चैट ओपन थी। यानी उसमें पत्रकारों के अलावा बाहरी लोग भी मौजूद थे। उन्होंने इसी पर हैरानी जताते हुए पूछ लिया था- क्या यह खुला मंच है? इसी मसले से जुड़ा ऑडियो शेयर करते हुए आगे मालवीय ने लिखा, “इज इट ओपन? ममता के रणनीतिकार को जब लगा कि क्लब हाउस रूम ओपन था और उनके द्वारा स्वीकारी और कही जाने वाली बातें सबने सुन ली, तो उसके बाद चारों ओर सन्नाटा पसर गया था।”

मालवीय के दावे के बीच पत्रकार रोहिणी सिंह ने ट्वीट कर साफ किया- उन्होंने (पीके) कई दफा साफ किया कि ममता जीत रही हैं और अपने अनुमान पर अडिग रहे कि बीजेपी 100 सीटों का आंकड़ा भी नहीं छू पाएगी।

रोचक बात है कि मालवीय की ओर से यह निशाने ऐसे वक्त पर साधे गए, जब बंगाल में शनिवार (10 अप्रैल, 2021) को चौथे चरण के लिए मतदान हुआ। हालांकि, किशोर ने इस पर शनिवार सुबह साफ किया, “खुशी है कि BJP अपने नेताओं के शब्दों से अधिक मेरी क्लब हाउस चैट को गंभीरता से ले रही है। हमारी बातचीत का चुनिंदा हिस्सा ही इस्तेमाल किया गया है। मेरी अपील है कि पूरी बातचीत को जारी किया जाए।”