लोजपा नेता चिराग पासवान अपने पिता रामविलास पासवान की पहली बरसी पर 12 सितंबर को पटना में मेगा शो आयोजित कर रहे हैं। कार्यक्रम के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी सहित शीर्ष राष्ट्रीय नेताओं को न्योता दिया है।

इस कार्यक्रम को राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि इसे ऐसे समय आयोजित किया जा रहा है जब चिराग पासवान की उनके चाचा और केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस के साथ पिता की विरासत को लेकर लड़ाई चल रही है।

चिराग पासवान ने उन कयासों को खारिज कर दिया कि रामविलास पासवान की मूर्ति लगाकर उनकी पार्टी उनके पिता के दिल्ली में तीन दशक तक निवास रहे आवास को अपने नियंत्रण में रखना चाहती है। उन्होंने जोर देकर कहा कि विधायिका के सदस्य रहते हुए उनके पिता ने ऐसा कोई कार्य नहीं किया जिसे अतिक्रमण या कानून का उल्लंघन माना जाए।

बारह सितंबर के कार्यक्रम पर चिराग ने कहा कि उन्होंने मोदी और शाह से बात की है। उन्हें न्योता दिया है। वह सोनिया गांधी, राहुल गांधी और रक्षा मंत्री राजनाथ से भी इस संबंध में मिले हैं। उन्होंने बताया कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू प्रसाद यादव को भी इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया है। बता दें कि नीतीश कुमार और चिराग पासवान के बीच गहरे मतभेद हैं।

उम्मीद है कि पारस भी आठ अक्टूबर को रामविलास पासवान की बरसी पर कार्यक्रम आयोजित करेंगे। पासवान का पिछले साल आठ अक्टूबर को ही निधन हुआ था। पारस द्वारा भी शीर्ष राष्ट्रीय नेताओं को आमंत्रित करने की उम्मीद है। चिराग पासवान मंगलवार को अपने परिवार के साथ बिहार के लिए रवाना हुए। वह पांरपरिक पंचांग के आधार पर 12 सितंबर को बरसी का कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं।

राजनीतिक पर्यवेक्षक उत्सुकता से जमुई के सांसद चिराग पासवान के कार्यक्रम में नेताओं की उपस्थिति पर नजर रखेंगे। यह कार्यक्रम ऐसे समय आयोजित किया जा रहा है जब चिराग लोजपा के अपने धड़े के लिए समर्थन जुटाने के इरादे से बिहार में आशीर्वाद यात्रा निकाल रहे हैं।