पिछले साल पूर्वी लद्दाख में भारतीय और चीनी सैनिकों की झड़प का एक नया वीडियो चीन के सरकारी मीडिया ने ट्वीट किया है। वीडियो में दर्जनों भारतीय और चीनी सैनिक गलवान घाटी में दिख रहे हैं। पिछले साल जून में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच टकराव हुआ था। चीन ने अब आधिकारिक तौर पर स्वीकार किया है कि उसकी तरफ से भी सैनिक हताहत हुए थे। चीन ने बताया है कि इस झड़प में उसके चार अधिकारियों और सैनिकों ने जान गंवाई थी। इससे पहले भारत ने कहा था कि गलवान में 30 से अधिक चीनी सैनिक मारे गए थे। झड़प में बीस भारतीय सैनिक भी शहीद हो गए थे।
चीन के सरकारी मीडिया ने भारतीय सैनिकों पर चीनी क्षेत्र में आने का आरोप लगाया गया है। चीन द्वारा शेयर किए गए वीडियो में दोनों पक्षों के सैनिक नदी पार करते हुए दिख रहे हैं उनमें से कुछ एक दूसरे को धक्का देते हुए दिखाई दे रहे हैं। रात में दोनों ओर के सैनिकों डंडों के साथ देखे गए। अंधेरे में चीखने चिल्लाने की आवाज भी वीडियो में सुनाई दे रही है।
गौरतलब है कि भारत और चीन ने पैंगोंग झील से सैनिकों को पीछे बुला लिया है। दोनों पक्ष के शीर्ष सैन्य अधिकारी आगे चर्चा करने के लिए मिलने वाले हैं। लेकिन यह साफ नहीं है कि एलएसी से लगने वाले पूर्वी लद्दाख के दूसरे इलाकों से भी पीछे हटा जाएगा या नहीं।
On-site video of last June’s #GalwanValley skirmish released.
It shows how did #India’s border troops gradually trespass into Chinese side. #ChinaIndiaFaceoff pic.twitter.com/3o1eHwrIB2— Shen Shiwei沈诗伟 (@shen_shiwei) February 19, 2021
भारत और चीन के सैनिकों के बीच गलवान घाटी में झड़प तब हुई जब चीनी सैनिकों ने भारतीय सैनिकों को क्षेत्र में अपने गश्त पॉइंट तक मार्च करने से रोका।
#China China Central Military Commission has honored the “Heroic Regimental Commander in Border Defense” to Qi Fabao, (the #PLA officer in winter coat in video), for safeguarding the country’s territory in last June’s #GalwanValley skirmish. pic.twitter.com/GXEtQmUEQz
— Shen Shiwei沈诗伟 (@shen_shiwei) February 19, 2021
चीन “फिंगर 8” के पूर्वी हिस्से से लेकर पैंगोंग झील के उत्तरी किनारे तक अपनी मौजूदगी बनाए हुए है। वहीं भारतीय सेना “फिंगर 3” के पास धन सिंह थापा पोस्ट में अपने स्थायी बेस पर है।
बता दें कि सूत्रों से जानकारी मिली है कि पैंगोंग झील के दोनों किनारों से सेनाओं के पीछे हटने की प्रक्रिया पूरी हो गई है। भारत और चीन कल वरिष्ठ कमांडर स्तर की वार्ता में देपसांग, हॉट स्प्रिंग और गोगरा में सेना के पीछे हटने पर चर्चा करेंगे। यह वार्ता कल सुबह 10 बजे चुशुल के पास मोल्डो में होगी। दोनों पक्षों ने पैंगोंग त्सो के किनारे से सैनिकों, टैंकों को हटा लिया है।
इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संसद को बताया था कि दोनों पक्ष पैंगोंग त्सो के आसपास से सैनिकों को वापस लेने पर सहमत हुए हैं। सैन्य कमांडर लद्दाख सीमा के अन्य हिस्सों में गतिरोध को खत्म करने पर आगे चर्चा करेंगे। बता दें कि पिछले साल अप्रैल में LAC पर तनाव बढ़ गया था। जब भारत ने चीनी सैनिकों पर घुसपैठ करने का आरोप लगाया था।