प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चीन दौरे को लेकर सहयोगी भाजपा के उत्साह में शामिल न होते हुए शिवसेना ने आज आरोप लगाया कि पड़ोसी देश की नीति ‘‘सामने से गले लगाने और पीछे से छुरा मारने’’ की है।

शिवसेना के मुखपत्र ‘‘सामना’’ के संपादकीय में कहा गया है ‘‘हमारा अनुभव बताता है कि चीन सामने से गले लगाने और पीछे से छुरा मारने में विश्वास करता है। एक ओर वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उनकी चीन यात्रा के दौरान भव्य स्वागत करते हैं और दूसरी ओर भारत के नक्शे से कश्मीर तथा अरुणाचल प्रदेश को ही हटा देते हैं।’’

चीन के सरकारी टेलीविजन सीसीटीवी में भारतीय प्रधानमंत्री की यात्रा की खबर देते हुए भारत का एक नक्शा दिखाया गया था जिसमें जम्मू कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश उसके हिस्से नहीं थे।

शिवसेना ने कहा कि भारत को यह समझने की जरूरत है कि जहां तक अरुणाचल प्रदेश और कश्मीर के बिना भारत के नक्शे के उपयोग का संंबंध है तो चीन ने जो किया उससे पता चलता है कि उसका रुख नहीं बदला है।

पार्टी ने यह भी कहा कि इससे न सिर्फ चीन का यह दावा जाहिर होता है कि अरुणाचल प्रदेश उसके भूभाग का हिस्सा है बल्कि जम्मू कश्मीर के मुद्दे पर पाकिस्तान का भी समर्थन भी जाहिर होता है।

शिवसेना ने कहा ‘‘जब चीन के राष्ट्रपति (शी चिनफिंग) भारत आए थे तब अगर भारत तिब्बत को चीन के नक्शे से निकाल देता तो क्या चीनी नागरिक इसे बर्दाश्त करते? तिब्बत के संबंध में हम चीन के खिलाफ ऐसा साहस नहीं दिखा सकते।’’

पार्टी ने कहा कि भारत को उकसाने के लिए चीन पाकिस्तान का समर्थन करता है और मोदी को शी चिनफिंग के सामने यह स्पष्ट कर देना चाहिए कि भारत पाकिस्तान के इस आचरण को रोक देगा, अगर चीन ऐसा करने में नाकाम रहा।

मुखपत्र में कहा गया है ‘‘चीन पाकिस्तान का समर्थन करता है। चीन उसे हथियार, गोलाबारूद, परमाणु हथियार, धन मुहैया कराता है। आतंकवाद के अलावा पाकिस्तान ने अपने आप और कुछ नहीं किया और उसे हर चीज के लिए चीन पर निर्भर रहना पड़ता है।’’

शिवसेना ने कहा ‘‘वर्ष 1962 में भारत ‘हिंदी चीनी भाई भाई’ का नारा लगाता रह गया और चीन ने अचानक हम पर हमला कर दिया जिसमें न सिर्फ हम हार गए बल्कि अपनी लाखों एकड़ जमीन भी खो दी। आज भी, चीन की नजरें सियाचिन पर हैं।’’

मोदी तीन दिवसीय दौरे पर 14 मई को चीन पहुंचे जहां दोनों देशों ने अन्य बातों के अलावा सीमा विवाद पर यथाशीघ्र ‘‘एक राजनीतिक’’ समाधान निकालने पर सहमति जताई।