Chenab Rail Bridge: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज जम्मू-कश्मीर में 14,000 करोड़ की लागत से बने चिनाब पुल का उद्घाटन करेंगे। इस पुल को दुनिया का सबसे ऊंचा रेलेव ब्रिज कहा जा रहा है। यह पेरिस के एफिल टॉवर से भी ऊंचा है। इस पुल को बनाने के लिए सिविल-इंजीनियरिंग को काफी चुनौती का सामना करना पड़ा।

दरअसल, आज का दिन भारत के लिए एक ऐतिहासिक दिन है। इस पुल को बनाने के लिए 2003 में अप्रूवल मिला था। पुल की सेफ्टी को लेकर काफी चिंताएं थीं मगर अब यह पुल पूरी तरह से तैयार है। चलिए बताते हैं कि इस पुल की क्या खासियत है।

  1. चिनाब पुल, जम्मू और कश्मीर के रियासी जिले में बक्कल और कौरी के बीच बनाया गया है। यह पुल कटरा से बनिहाल तक लिंक बनाता है।
  2. यह पुल नदी के तल से 1,178 फीट की ऊंचाई पर है, जो इसे एफिल टॉवर से 35 मीटर उंचा बनाता है।
  3. यह पुल 35000 करोड़ रुपये की उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेलवे लिंक (यूएसबीआरएल) परियोजना का हिस्सा है। इसका मकसद जम्मू-कश्मीर में कनेक्टिविटी को बढ़ावा देना है।
  4. चिनाब पुल की लागत लगभग 14,000 करोड़ रुपये है। इस पुल का मकसद उद्देश्य कश्मीर को देश के अन्य राज्यों से जोड़ना है।
  5. दुनिया के सबसे ऊंचे पुल की सेफ्टी को ध्यान में रखते हुए तेज हवाओं का परीक्षण, अत्यधिक तापमान का परीक्षण, भूकंपरोधी परीक्षण और जल के तेज प्रवाह संबधी टेस्ट किया गया है।
  6. इस पुल की शेल्फ लाइफ लगभग 120 साल रहने की उम्मीद है।
  7. यह पुल 260 किमी/प्रति घंटे की तेज रफ्तार वाली हवाओं का भी सामना करने में सक्षम है।
  8. पुल में 2015 किमी लंबी सड़क है और इसे भूकंप प्रतिरोधी बनाया गया है।
  9. इंजीनियर्स को दो बड़े केबल क्रेनों की मदद से पुल का आर्च बनाने में तीन साल लग गए।
  10. इस पुल के लिए जम्मू-कश्मीर के लोगों को दो दशकों का इंतजार करना पड़ा।
  11. इस पुल को बनाने के लिए 2003 में मंजूरी मिली थी। पुल के चालू होने के बाद वंदे भारत मेट्रो ट्रेन जम्मू और श्रीनगर के बीच चलेगी।