सुप्रीम कोर्ट कावेरी नदी जल विवाद पर सुनवाई के लिए एक बेंच का गठन करेगा। सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस जेबी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा की बेंच से तमिलनाडु ने तत्काल सुनवाई के लिए अपील की थी। तमिलनाडु की ओर से पेश मुकुल रोहतगी ने कहा कि इस मामले की सुनवाई के लिए एक बेंच का गठन करना होगा। सीजेआई ने कहा कि आज वो एक बेंच का गठन करेंगे।
तमिलनाडु ने 11 अगस्त को कहा था कि कावेरी जल का अपना हिस्सा पाने के लिए उसके पास शीर्ष अदालत का दरवाजा खटखटाने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं है। स्टालिन के सूबे का कहना था कि कर्नाटक हर दिन केवल 8,000 क्यूसेक की मात्रा जारी करने के लिए तैयार है। दिल्ली में हुई कावेरी जल प्रबंधन प्राधिकरण (सीडब्ल्यूएमए) की अगस्त में हुई बैठक का जिक्र करते हुए तमिलनाडु के जल संसाधन मंत्री दुरईमुरुगन ने कहा था कि कर्नाटक का कहना था कि वो केवल 8,000 क्यूसेक पानी छोड़ सकता है। वो भी केवल 22 अगस्त तक।
तमिलनाडु को ज्यादा पानी देने पर बिफरी बीजेपी
उधर भाजपा ने सोमवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस अपनी सहयोगी पार्टी द्रमुक के दबाव में कर्नाटक से तमिलनाडु को 10 अरब घन फुट पानी छोड़ रही है। जबकि सूबे का अपना हिस्सा सूखा प्रभावित है। पार्टी का कहना है कि कर्नाटक के लोगों से कांग्रेस धोखा कर रही है।
राहुल गांधी पर बरसे केंद्रीय मंत्री
केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने चीन के मसले पर कहा कि राहुल गांधी पाखंड का प्रतीक हैं। उन्होंने कहा कि भारत के इतिहास में यदि किसी सरकार ने कड़े फैसले लिये हैं और राष्ट्रीय सुरक्षा व अखंडता के मुद्दे पर दृढ़ता से विचार रखे हैं तो वह भाजपा की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी नीत सरकार है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यदि चीन के साथ मजबूत संबंध रखने वाला देश में कोई व्यक्ति है तो वह राहुल गांधी हैं। वह चीनी राजदूत के साथ रात्रिभोज के लिए जाते हैं। वह हमारी सरकार के बारे में झूठी खबरें फैलाते हैं। चंद्रशेखर ने कहा कि मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा से कोई समझौता नहीं करने और इसे कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति का पालन किया है।