गृह मंत्री अमित शाह ने देश भर में NRC लागू करने को लेकर पलटी मार ली है। पहले उन्होंने कहा था कि यह पूरे देश में लागू किया जाएगा, पर CAA व NRC पर जारी विरोध और NPR को अनुमति के बीच इन तीनों में भ्रम को लेकर उन्होंने मंगलवार को यू-टर्न मार लिया। कहा कि एनआरसी को देश भर में लागू करने को लेकर तो कहीं कोई चर्चा ही नहीं हुई है।
समाचार एजेंसी ANI की स्मिता प्रकाश को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा, “इस पर (पैन-इंडिया एनआरसी) पर बहस की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि अभी इस पर कहीं कोई चर्चा ही नहीं हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सही कहा है- न तो इस पर कैबिनेट में चर्चा हुई है और न ही संसद में। सुनें, अब का बयानः
#WATCH Home Minister Amit Shah to ANI: There is no need to debate this( pan-India NRC) as there is no discussion on it right now, PM Modi was right, there is no discussion on it yet either in the Cabinet or Parliament pic.twitter.com/hgHJ3IBFCO
— ANI (@ANI) December 24, 2019
शाह ने ताजा इंटरव्यू में कहा, “NRC और NPR में कोई संबंध नहीं है। यह (एनपीआर) अप्रैल में अपडेट होना शुरू होगा।”
उन्होंने इसके अलावा CAA पर AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी द्वारा की गई निंदा पर बताया- हम (केंद्र या फिर बीजेपी) यह कहे कि सूरज पूर्व से निकलता है, तब ओवैसी कहेंगे कि नहीं वह तो पश्चिम से निकलता है। वह हमारे हर फैसले का विरोध करते हैं। फिर भी मैं अभी यह सुनिश्चित कर दूं कि CAA का NRC से कोई लेना-देना नहीं है।
यह पूछे जाने पर- CAA पर केंद्र की तरफ से संवाद की कमी रही? शाह बोले, “कुछ तो कमी रही होगी। मुझे स्वीकार करने में दिक्कत नहीं है। पर संसद का मेरा भाषण देख लें, उसमें सब स्पष्ट किया है कि किसी भी अल्पसंख्यक की नागरिकता जाने का सवाल ही नहीं है।”
वैसे, कुछ वक्त पहले शाह ने संसद में कहा था कि NRC पूरे देश में लागू होगा। हालांकि, वह इसके अलावा भी कुछ और मौकों पर इस व्यवस्था को पूरे देश में लागू करने की बात कह चुके हैं। सुनें, राज्य सभा में दिया एनआरसी पर उनका तब का बयानः