साल 2019 में पारित हुए नागरिकता संशोधन अधिनियम यानी सीएए (CAA Notification) को आज मोदी सरकार ने पूरे देश में प्रभावी तौर पर लागू कर दिया है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह लंबे वक्त से यह दावा करते रहे थे कि सीएए लोकसभा चुनाव से पहले ही लागू होगा और अब सीएए के लागू होने को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का बड़ा बयान आया है। उन्होंने कहा कि सीएए लागू हुआ तो बड़े स्तर पर आंदोलन होंगे।

खास बात यह है कि जैसे ही यह खबरें चलने लगी थीं कि आज सीएए को लेकर मोदी सरकार बड़ा ऐलान कर सकती है, उस दौरान ही ममता बनर्जी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी थी और मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला था। वहीं ममता की प्रेस कॉन्फ्रेंस होने के कुछ समय बाद ही सीएए को लागू कर दिया गया था।

इसके बाद भी ममता बनर्जी का बड़ा बयान सामने आया। उन्होंने सीएए को बीजेपी का छल बताते हुए कहा है कि सीएए से किसी को भी डरने की कोई जरूरत नहीं है और वे पश्चिम बंगाल में किसी भी कीमत पर सीएए को लागू ही नहीं होने देंगी।

सरकार को पहले ही देनी चाहिए थी जानकारी

ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर हमलावर होते हुए कहा कि आपको छह महीने पहले नियमों को अधिसूचित करना चाहिए था। यदि कोई अच्छी चीजें हैं, तो हम हमेशा समर्थन और सराहना करते हैं लेकिन अगर कुछ भी किया जाता है जो देश के लिए अच्छा नहीं है, तो टीएमसी हमेशा अपनी आवाज उठाएगी और इसका विरोध करेगी।

ममता बनर्जी ने कहा कि मुझे पता है कि रमज़ान से पहले आज की तारीख क्यों चुनी गई। ममता बनर्जी ने लोगों से शांत रहने और किसी भी तरह की अफवाह से बचने की अपील की है। इससे पहले भी ममता बनर्जी ने कहा था कि वे हर उस कानून और नियम का विरोध करेंगी जो कि लोगों के सात भेदभाव करने वाला होगा।

बता दें कि सीएए लागू होने के बाद पाकिस्तान बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए गैर मुस्लिम धर्म के लोगों को इस कानून के तहत नागरिकता मिल जाएगी।