सीमा पार से करीब 200 आतंकी कश्मीर में घुसपैठ की कोशिश कर रहे हैं, जबकि कुछ पहले ही घाटी में घुस चुके हैं। इससे नियंत्रण रेखा पर मुठभेड़ों की संख्या बढ़ गई है।
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) कश्मीर फ्रंटियर, महानिरीक्षक, विकास चंद्र ने यहां एक कार्यक्रम में बताया कि इस साल नियंत्रण रेखा पर होने वाली मुठभेड़ों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है, इसे देखते हुए इससे इनकार नहीं किया जा सकता कि घुसपैठ हुई है। करीब 150/200 आतंकी नियंत्रण रेखा की दूसरी ओर घुसपैठ के इंतजार में हैं।
उन्होंने घाटी में जारी अशांति के लिए पाकिस्तान और आतंकी संगठनों को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, ‘यह पूरी अशांति पाकिस्तान प्रायोजित है। वहां के आतंकवादी संगठनों का इस सबमें बड़ा हाथ है और वे (अशांति को बढ़ाने की) पूरी कोशिश कर रहे हैं।’ चंद्र ने कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में कुछ आतंकवादी घाटी में घुसपैठ करने में सफल रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘कुछ ने घुसपैठ कर ली है और कुछ मुठभेड़ में मारे गए हैं।’ चंद्र ने घाटी में अशांति से निपटने में जम्मू कश्मीर पुलिस और अर्द्धसैनिक बल सीआरपीएफ की तारीफ करते हुए कहा कि वे अपना काम वीरता और सतर्कता से कर रहे हैं। बीएसएफ अधिकारी ने कहा कि पैलेट गन को पावा गोले से बदलना मानव हानि को कम करने के सरकार के इरादे को दर्शाता करता है।