पेगासस मामले को लेकर मोदी सरकार लगातार खबरों में बनी हुई है क्योंकि मामले के तहत रोज नई बातों पर से पर्दा उठ रहा है और ऐसी ही एक सनसनी बनाने की कोशिश में संबित पात्रा ने आज तक के TV डिबेट मे सवाल किया कि क्या राहुल गांधी के नाम से रजिस्टर्ड है उनका फोन?

BJP प्रवक्ता डॉ संबित पात्रा ने आज तक के TV डिबेट में कांग्रेस प्रवक्ता प्रो गौरव वल्लभ से सवाल करते हुए पूछा “कांग्रेस के आधिकारिक प्रवक्ता ये जवाब दे दें की क्या राहुल गांधी जी के नाम पर कोई प्रीपेड या पोस्टपेड फोन रजिस्टर्ड है?” जिसके बाद संबित पात्रा लगातार पूछते रहे कि किस के नाम पर है राहुल गांधी का फोन बताइए और कहा कि राहुल गांधी अपना फ़ोन क्यों नही दे रहें हैं? जिस पर कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने कहा कि “ये बहुत अहम सवाल है इसलिए मै इनको कहता हूं कि अभी के अभी इसकी जांच करवाएं और पता लगाएं कि किस के नाम पर है फोन क्योंकि सरकार आपकी है और मशीनरी आपकी है तो आप पता लग वालो।”

पेगासस विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। देश-विदेश दोनों जगह पेगासस बनाने वाली कंपनी NSO के सामने सवालों का तांता लग गया है और इस बात पर संज्ञान लेते हुए इज़रायली साइबर सुरक्षा कंपनी एनएसओ ने जांच का काम चालू कर दिया है और इस जांच के चलते अपने कई सरकारी ग्राहकों को स्पाइवेयर का इस्तेमाल करने से रोक भी दिया है।

मुख्य बात ये है कि पेगासस मामले में भारत सरकार पर पूर्व में कुछ अहम सवाल उठे थे जिनका जवाब अभी तक नहीं मिला है । इसलिए विपक्ष लगातार इस मुद्दे पर अपना मोर्चा खोले हुए है।

विदेशी मीडिया के कुछ संगठनों द्वारा जारी की गई एक रिपोर्ट में बताया गया था कि भारत में 40 पत्रकारों समेत कई विपक्षी नेताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं व मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की पेगासस द्वारा जासूसी की गई थी।

मामले को लेकर विपक्ष लगातार सरकार को संसद और TV डिबेट में घेरे हुए है साथ ही सरकार से लगातार जवाब मांग रहा है कि उसने पेगासस को खरीदा या नहीं और खरीदा तो किस अधिकार के तहत जासूसी करवाई।