आज तक पर डिबेट के दौरान जब इस्लामिक स्कॉलर अतीक उर रहमान ने कहा कि बीजेपी और पीएम मोदी का इंटेलेक्चुअल से कोई तालमेल ही नहीं है तो बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने जवाब देते हुए कहा कि पाकिस्तान, बांग्लादेश और तुर्की का तालमेल हो सकता है। बीजेपी और नरेंद्र मोदी का नहीं हो सकता। अतीक उर रहमान ने कहा कि बीजेपी अपनी सोच को यूनिवर्सिटी में ले जाने की कोशिश कर रही है। बीजेपी का बौद्धिकता और अकादमिक जगत से कोई लेना देना नहीं है।
इस पर संबित पात्रा ने जवाब देते हुए कहा कि मुझे यकीन नहीं हो रहा कि आपने जिस व्यक्ति को इस्लामिक स्कॉलर के तौर पर यहां बुलाया हुआ है वो इस तरह की भाषा का इस्तेमाल कर रहा है कि बीजेपी और नरेंद्र मोदी का बौद्धिकता से कोई लेना देना ही नहीं है। कुछ समय पहले तुर्की के लोगों को खिलाफत आंदोलन पर चर्चा के लिए विश्वविद्यालय बुलाया गया था उनसे बड़ा तालमेल है। पाकिस्तान और दूसरे देश के नेता एएमयू में आकर भाषण दे सकते हैं लेकिन बीजेपी के नेता और मोदी नहीं दे सकते हैं। बड़े दुख से कहना पड़ रहा है कि ये ऐसी बात कर रहे हैं कि हिंदुस्तान के लोगों से कोई तालमेल नहीं है।
संबित पात्रा ने एंकर अंजना ओम कश्यप से कहा कि लोकतंत्र की दुहाई देने वाले मेरे एक शब्द को नहीं सहन कर पा रहे हैं। संबित पात्रा ने पूछा कि अगर बीजेपी का एएमयू से कोई समन्वय नहीं है तो पाकिस्तान, बांग्लादेश और तुर्की का एएमयू से क्या समन्वय है?
प्रवक्ता ने स्कॉलर से कहा कि आप लोगों ने जो ये इंटैलैक्चुअल सैपरेटिजम बना रखा है इसकी वजह से करोड़ो मुसलमानों को सहना पड़ता है। एंकर ने स्कॉलर से पूछा कि आपके पास कौन सा मीटर है जिससे आप नापते हैं कि कोई बुद्धिजीवी है या नहीं? इंटलैक्चुल होने का क्राइटेरिया क्या है।
संबित पात्रा ने कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी ने पाकिस्तान को बनाने में अहम किरदार निभाया था। जो लोग कहते हैं कि आरएसएस और बीजेपी एएमयू में आने के लायक नहीं है उनको इतिहास बताना होगा।
बता दें कि पीएम मोदी को अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में यूनिवर्सिटी के 100 साल पूरे करने के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर बुलाया गया है।