मुंबई भाजपा अध्यक्ष आशीष शेलार (Ashish Shelar) ने कहा है कि पांच अप्रैल को दादर में होने वाले ‘मी सावरकर’ मेडिकल कार्यक्रम के लिए पार्टी शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे तथा उनके बेटे युवा नेता और पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे को टिकट भेजेगी। कार्यक्रम दादर के सावरकर ऑडिटोरियम में आयोजित होगा।
सीएम एकनाथ शिंदे भी कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे
शेलार ने कहा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे विनायक दामोदर सावरकर पर संगीत समारोह में भाग लेंगे। उन्होंने बताया, “यह कार्यक्रम वीर सावरकर के सम्मान में है। यह कोई राजनीतिक आयोजन नहीं है। यह सभी के लिए खुला है लेकिन हम उद्धवजी और आदित्य ठाकरे के लिए दो मुफ्त टिकट भेज रहे हैं।”
कहा- उद्धव साफ करें कि वह सावरकर को मानते हैं कि नहीं
शेलार ने कहा, “शिवसेना (यूबीटी) अध्यक्ष को सावरकर पर अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए। वे उस कांग्रेस के साथ मंच साझा कर रहे हैं जिसके नेता राहुल गांधी ने सावरकर का अपमान किया है। अभी तक न तो कांग्रेस और न ही राहुल गांधी ने सावरकर के अपमान पर माफी मांगी है।”
हिंदू जन आक्रोश रैलियों का विरोध करने पर जताया आश्चर्य
जब उनसे पूछा गया कि उद्धव ठाकरे एक निश्चित विचारधारा और रोडमैप के बिना “लक्ष्यहीन रूप से भटक रहे हैं”, तो शेलार ने आश्चर्य जताया कि महाराष्ट्र में हिंदू जन आक्रोश रैलियों पर हंगामा क्यों हो रहा है। “उद्धवजी को हिंदू जन आक्रोश मोर्चा पर आपत्ति क्यों है?” उन्हें खुश होना चाहिए कि ये रैलियां हिंदुओं को एकजुट कर रही हैं।”
शेलार ने पूछा, “उन्होंने हिंदू जन आक्रोश मोर्चा का विरोध किया, न तो एमआईएम, समाजवादी और न ही कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने विरोध किया। यहां तक कि मनसे ने हिंदू जन आक्रोश मोर्चा का विरोध किया। जो लव और लैंड जिहाद के खिलाफ था। क्या उद्धव ठाकरे इस आपत्ति का कारण बता सकते हैं?”
“हिंदुत्व पर समझौता” करने के लिए ठाकरे की निंदा करते हुए भाजपा विधायक ने कहा, “भाजपा को खत्म करने के लिए आपकी औरंगजेबी सपना कभी पूरा नहीं होगा।” देश में 2334 राजनीतिक दल हैं। इसमें 145 महाराष्ट्र में रजिस्टर्ड हैं। उसमें दो राज्यस्तरीय (एमएनएस और शिवसेना) हैं। उन्होंने तर्क दिया कि इन सभी दलों का अपना सियासी एजेंडा और नीतियां है।
उन्होंने कहा, उद्धव बालासाहब ठाकरे ग्रुप के वह है जिसके पास कोई कार्यक्रम नहीं है, कोई नीतियां और कोई विचारधारा नहीं है। उनकी रुचि केवल इसमें है कि भाजपा क्या कर रही है। उनका एकमात्र एजेंडा भाजपा को खत्म करना है। यह वही ठाकरे हैं, जिनका भाजपा से गठजोड़ दो दशक से भी ज्यादा समत तक रहा है।