भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी केंद्र सरकार पर लगातार हमलावर हैं। कई बार उन्होंने ट्वीट कर सरकार की नीतियों की आलोचना की है। इसी बीच सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट करते हुए पूछा कि क्या पीएम मोदी पुर्तगाल जाने वाले हैं? उनके इस ट्वीट पर लोगों ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हम गॉसिप में इच्छुक नहीं है। हमें रोजगार चाहिए।

भाजपा नेता व राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट करते हुए लोगों से पूछा कि मैंने मुंबई में पीएम मोदी के विदेश दौरे के बारे में एक गॉसिप सुनी है, पता चला है कि प्रधानमंत्री मोदी इस साल मई के महीने में पेरिस और पुर्तगाल की यात्रा पर जाने वाले हैं। क्या यह सच है? सुब्रमण्यम स्वामी के इस ट्वीट पर लोगों ने जमकर अपनी प्रतिक्रिया दी। साथ ही स्वामी कई ट्विटर यूजर्स के निशाने पर भी आ गए।

भाजपा सांसद के इस ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रमोद चौबे नाम के एक यूजर ने लिखा कि हमें इस तरह के गॉसिप से कोई मतलब नहीं है। हमें रोजगार चाहिए। वहीं 100Rabh नाम के ट्विटर हैंडल ने लिखा कि आप यह पूछ रहे हैं या हमें बता रहे हैं। सुब्रमण्यम स्वामी ने इस ट्वीट का जवाब देते हुए कहा कि अगर आप विरोधाभास पैदा करना चाहते हैं तो जरूर करें। इसके अलावा ट्विटर यूजर रजत ने सुब्रमण्यम स्वामी पर तंज कसते हुए कहा कि हमें यह पता चला है कि आप भी इटली और डेनमार्क जाने वाले हैं।

इतना ही नहीं एक ट्विटर यूजर ने तो सुब्रमण्यम स्वामी के ट्वीट का जवाब देते हुए कह दिया कि मुंबई में यह गॉसिप चल रही है कि आप भी कांग्रेस में जाने वाले हैं। आप ही बताएं कि इसमें कितनी सच्चाई है। साथ ही सोशल मीडिया यूजर प्रवीन सक्सेना ने लिखा कि क्या आप प्रधानमंत्री मोदी की अनुपस्थिति में उनका कार्यभार देखना चाहते हैं?  इसके अलावा कई ट्विटर यूजर्स ने यह भी कहा कि आप सीधे पीएम मोदी को ही फ़ोन कर वास्तविक स्थिति को क्यों नहीं जान लेते हैं।

कहा जा रहा है कि सुब्रमण्यम स्वामी इन दिनों भाजपा सरकार और नरेंद्र मोदी से खफा चल रहे हैं। पिछले दिनों उन्होंने पीएम मोदी को भी अपने ट्वीट में निशाने पर ले लिया था। गुजरात के अहमदाबाद में बने सरदार पटेल मोटेरा स्टेडियम का नाम नरेंद्र मोदी स्टेडियम कर दिया गया है। इसको लेकर उन्होंने कहा था कि उन्हें खुद पहल करके स्टेडियम से अपना नाम हटवाना चाहिए। एमपी का कहना है कि जीवित रहते बस सद्दाम और गद्दाफी ने ही अपने नाम पर स्टेडियम का नाम रखवाया था।