ज्ञानवापी मामले के साथ-साथ मथुरा में शाही ईदगाह मस्जिद का भी मामला गरमाया हुआ है। इस बीच एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर निशाना साधते हुए कहा कि ये दोनों भारत के मुसलमानों के खिलाफ जंग का ऐलान कर चुके हैं। वहीं औवैसी के बयान और औरंगजेब को लेकर छिड़ी बहस पर दिल्ली भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने पलटवार किया है।
बता दें कि उत्तरी पूर्वी दिल्ली से भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने औरंगजेब को लेकर छिड़ी बहस पर पलटवार करते हुए कहा, “औरंगजेब द्वारा की गई गलतियों को अगर वो कहते हैं कि हमारे निशान हैं, तो इसका मतलब है कि वो अपने को औरंगजेब की ही औलाद समझते हैं।”
वहीं ज्ञानवापी मसले पर मनोज तिवारी ने बीते गुरुवार को कहा था कि इस मुद्दे पर किसी को भी कुछ बोलने से बचना चाहिए। यह मामला अदालत में है और अदालत का जो भी फैसला होगा, उसका सभी को सम्मान करना चाहिए।
क्या कहा था ओवैसी ने: इससे पहले असदुद्दीन ओवैसी ने भाजपा और संघ पर आरोप लगाया था कि बीजेपी और संघ परिवार मिलकर भारत के मुसलमानों के खिलाफ जंग का ऐलान कर चुके हैं। दरअसल औरंगजेब द्वारा बनाई गई मस्जिदों को लेकर देशभर में लंबी बहस छिड़ी है। हिंदू पक्ष का दावा है कि औरंगजेब ने देश के कई हिस्सों में मंदिरों को ध्वस्त कर मस्जिदों का निर्माण किया।
ऐसे में ओवैसी ने औरंगजेब के चर्चा में आने के बाद भाजपा सरकार पर तंज कसते हुए बीते दिनों कहा था कि पेट्रोल डीजल की कीमतों के बढ़ने का जिम्मेदार औरंगजेब है, अकबर कीमतों के बढ़ने का जिम्मेदार है और शाहजहां की वजह से युवा बेरोजगार है। इसमें पीएम मोदी की कोई जिम्मेदारी नहीं है, इन सब के लिए मुगल जिम्मेदार है।”
टीले वाली मस्जिद पर विवाद: गौरतलब है कि जहां एक तरफ ज्ञानवापी और मथुरा का मामला सुर्खियों में है ही वहीं अब लखनऊ में ऐतिहासिक ‘टीले वाली मस्जिद’ पर हिंदूवादी संगठनों ने अपना दावा पेश किया है। हिंदू पक्ष का कहना है कि असल में यह टीले वाली मस्जिद नहीं बल्कि ‘लक्ष्मण टीला’ था। ऐसे में हिंदू संगठनों ने टीले वाली मस्जिद के सामने प्रतिमा लगाने की मांग की है। वहीं इस मांग को देखते हुए पुलिस ने मस्जिद के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी है।