केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर परोक्ष रूप से निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जो लोग ‘मोहब्बत की दुकान’ की बात करते हैं उनकी दुकान असल में ‘अहंकार, तुष्टीकरण और झूठ की दुकान’ है। गुरुवार को लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर उन्होंने केंद्र सरकार की योजनाओं का उल्लेख किया। उन्होंने दावा किया जनता लगातार तीसरी बार नरेंद्र मोदी की अगुआई में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सरकार बनाएगी।
ज्योतिरादित्य ने कहा- विपक्ष दुकान का नाम बदलते हैं, सामान वही है
सिंधिया ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का नाम लिए बिना कहा कि ये कहते हैं कि नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलेंगे। इनकी दुकान तो नफरत की दुकान है, झूठ की दुकान है, तुष्टीकरण की दुकान है, अहंकार की दुकान है। ये केवल दुकान का नाम बदलते हैं, सामान वही है। उन्होंने कहा कि अधीर रंजन चौधरी ने स्वयं कहा है कि यह (इंडिया) मजबूरी का गठबंधन है।
जिस प्रजातंत्र के मंदिर से देश की 140 करोड़ जनता अपनी प्रेरणा लेती है, उस प्रजातंत्र के मंदिर में स्पष्ट हो गया है कि इन्हें (विपक्ष) न देश की चिंता है, न प्रधानमंत्री के पद की चिंता है, न राष्ट्रपति के पद की चिंता है, सिर्फ अपनी हैसियत की चिंता है।
उन्होंने कहा कि जो लोग मौनव्रत की बात करते हैं उनसे पूछना चाहते हैं कि 1993 में जब मणिपुर जल रहा था तब इनके तत्कालीन प्रधानमंत्री मौन क्यों थे।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने सदन में कहा कि प्रधानमंत्री के लिए मणिपुर हिंदुस्तान का हिस्सा नहीं है, जिस प्रधानमंत्री ने उत्तर पूर्वी राज्यों को विश्व के साथ जोड़ा, जिनका उत्तर पूर्व के साथ दिल का रिश्ता है, जिसने उत्तर पूर्व से भारत के दुश्मनों को खदेड़ दिया हो, जिस प्रधानमंत्री के रोम-रोम में भारत माता बसती हों, जिसने कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाया हो, उसके लिए ऐसी बात। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत को अलग-अलग टुकड़ों में देखने की विचारधारा विपक्ष की है, हमारी नहीं।