भाजपा नेताओं ने मंगलवार को मांग की कि चुनाव आयोग पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खिलाफ कथित तौर पर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने के लिए कार्रवाई करे। पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा प्रत्येक दुर्गा पूजा समिति को 50,000 रुपये का अनुदान देने की घोषणा पर भाजपा की ओर से आपत्ति दर्ज की गयी है। पार्टी ने उपचुनाव से पहले इस घोषणा को लेकर सवाल किए हैं। वहीं ममता बनर्जी ने कहा, ‘यह कोई नई घोषणा नहीं, यह पिछले साल की तरह ही है।’

रविवार को, सत्तारूढ़ टीएमसी ने घोषणा की थी कि बनर्जी 30 सितंबर को भवानीपुर विधानसभा उपचुनाव लड़ेंगी। पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान नंदीग्राम सीट भाजपा के सुवेंदु अधिकारी से हारने के बाद, उन्हें मुख्यमंत्री के रूप में बने रहने के लिए उपचुनाव जीतना होगा। बंगाल बीजेपी उपाध्यक्ष प्रताप बनर्जी और बालुरघाट के सांसद सुकांत मजूमदार सहित भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को राज्य में चुनाव आयोग के अधिकारियों से मुलाकात की और बनर्जी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

बीजेपी प्रतिनिधिमंडल ने कहा “हम चुनाव आयोग से ममता बनर्जी के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह करते हैं, जो भवानीपुर उपचुनाव के लिए टीएमसी उम्मीदवार हैं। उन्हें उपचुनावों में भाग लेने से रोका जाना चाहिए ”।

बता दें कि लगातार दूसरे वर्ष, पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्य में प्रत्येक दुर्गा पूजा समिति को खर्च के लिए 50,000 रुपये के अनुदान की घोषणा की। मुख्य सचिव एचके द्विवेदी ने इस साल दुर्गा पूजा का आयोजन करने वाली समितियों के लिए मुफ्त लाइसेंस के साथ-साथ बिजली दरों में 50 प्रतिशत की छूट की भी घोषणा की। वह एक कार्यक्रम में बोल रहे थे, जहां सीएम ममता बनर्जी ने कोलकाता और अन्य हिस्सों के कई दुर्गा पूजा आयोजकों से मुलाकात की थी।

बनर्जी ने पिछले साल भी सभी पूजा समितियों को 50,000 रुपये के अनुदान सहित कई दान देने की घोषणा की थी। सूत्रों ने द इंडियन एक्सप्रेस को पहले बताया था कि भवानीपुर चुनाव के लिए भाजपा के लिए अपने उम्मीदवार का चयन करना एक मुश्किल काम होगा। बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा है कि भाजपा विधायक और विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी बनर्जी के खिलाफ भवानीपुर सीट से चुनाव नहीं लड़ेंगे।

उन्होंने कहा, “कोई और भवानीपुर से चुनाव लड़ेगा। सुवेंदु अधिकारी ममता को पहले ही हरा चुके हैं। एक व्यक्ति उन्हें कई बार क्यों हराएगा? इस बार कोई और ऐसा करेगा। हम भवानीपुर सीट से चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं। हम जीतने के लिए लड़ेंगे। उम्मीदवार के नाम की घोषणा संसदीय समिति करेगी। हमने भवानीपुर और दो अन्य सीटों के लिए उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा की। ”