2015 बिहार विधानसभा चुनाव से पहले ‘आज तक’ को दिए एक इंटरव्यू में राजद नेता लालू यादव एंकर पुण्य प्रसूण वाजपेयी से कहने लगे कि जरा जमीन पर जाकर भी सच्चाई देखिए। एंकर पूछने लगे कि ऐसा इसलिए कह रहा हूं क्यों कि चुनाव में ओवैसी की एंट्री हो रही है? गरीब जनता को लेकर नीतीश को समझाइए कि एक वाईफाई लगाने के बदले एक गरीब के घर की रोटी का इंतजाम कर दें।

इस पर लालू यादव कहने लगे कि मोबाइल, व्हाट्सएप और सेल्फी में हम क्या करें? सेल्फी के कन्वेनर तो मोदी हैं। पता नहीं कहां-कहां खिंचवा रहे हैं। हमारे देश और युवाओं को बर्बाद किया जा रहा है। एनिमेशन का खेला देखो भाई नरेंद्र मोदी के डिपार्टमेंट से क्या हो रहा है? गौ हत्या का एनिमेशन बनाकर लोगों के बीच बांटने का काम कर रहे हैं। लालू यादव कहने लगे कि इस तरह से ये लोग हमारी पीढ़ी को खराब करने का काम कर रहे हैं।

बता दें कि राष्ट्रीय जनता दल के नेता लालू यादव को झारखंड हाईकोर्ट ने बिहार के चारा घोटाले से जुड़े एक और मामले में जमानत दे दी है। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री “दुमका ट्रेजरी केस” में सजायाफ्ता थे। आरोप है कि नेता के बिहार के सीएम रहते हुए दुमका, तत्कालीन बिहार और मौजूदा झारखंड, राजकोष से 3.13 करोड़ रुपए की निकासी की गई थी।

यादव, वर्तमान में इलाज के लिए दिल्ली के एम्स में भर्ती हैं, उन्हें पहले चारा घोटाले से जुड़े चार मामलों में से तीन में जमानत मिली थी। दुमका मामले में जमानत मिलने के बाद अब वह अस्पताल से रिहा होकर घर लौट सकते हैं।

जस्टिस अपरेश कुमार सिंह ने कहा कि लालू यादव न तो बिना अनुमति के देश छोड़ सकते हैं और न ही जमानत अवधि के दौरान अपना पता और मोबाइल नंबर बदल सकते हैं।

दुमका ट्रेजरी केस: 1991 और 1996 के बीच बिहार के पशुपालन विभाग के अधिकारियों द्वारा दुमका कोषागार से पैसा लिया गया जब लालू यादव मुख्यमंत्री थे।

पिछले अक्टूबर में यादव को चाईबासा कोषागार मामले में जमानत दी गई थी। दिसंबर 2017 से जेल में बंद 72 वर्षीय लालू यादव ने झारखंड के राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज अस्पताल में अपनी जेल की अधिकांश सजा काटी है। उनकी तबीयत खराब होने के बाद जनवरी में उन्हें दिल्ली लाया गया था। उनकी अनुपस्थिति में, उनके बेटे तेजस्वी यादव राष्ट्रीय जनता दल (राजद) का नेतृत्व कर रहे हैं।