कानून व्यवस्था की हालत को लेकर विपक्ष के हमले झेल रही बिहार की नीतीश कुमार सरकार के लिए एक और मुसीबत खड़ी हो गई है। पूर्व मंत्री और रुपौली से विधायक बीमा भारती के पति को जेडीयू समर्थक जेल से छुड़ा ले गए। विधायक के पति अवधेश मंडल को हत्या के मामले में गवाहों को धमकाने के आरोप में पुलिस ने गिरफ्तार किया था। पूर्णिया पुलिस ने थानाधिकारी को सस्पेंड कर दिया है और सदर सब डिवीजन पुलिस ऑफिसर को कारण बताओ नोटिस भेजा है।
पुलिस ने बताया कि अवधेश मंडल कुख्यात अपराधी और रुपौली विधायक बीमा भारती का पति है। अवधेश चंचल पासवान हत्याकांड में मुख्य आरोपी है। उसने मारंगा थाने के न्यू सिपाहपुरा में रहने वाली चंचल की पत्नी सोनिया और उसके बेटे विजय पासवान को इस मामले में गवाही नहीं देने की धमकी दी। उसे पिछले साल हुए विधानसभा चुनावों के दौरान पूर्णिया से बाहर निकाल दिया गया था। सोनिया और विजय को धमकी देने के बाद मारंगा पुलिस ने मंडल और उसके कुछ साथियों को गिरफ्तार कर लिया।
मंडल की गिरफ्तारी के लगभग डेढ़ घंटे बाद ही लगभग 20 जेडीयू समर्थक थाने आए और थाना इंचार्ज शिवशंकर कुमार से बहस करने लगे। जेडीयू समर्थकों ने मंडल के खिलाफ एफआईआर लिखने पर नाराजगी जताई। बाद में मंडल के समर्थक पुलिस पर भारी पड़े और मंडल को छुड़ा लिया। पूर्णिया एसपी निशांत तिवारी ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि, यह पुलिस ढिलाई का मामला है। स्थानीय पुलिस को बताना होगा कि एक व्यक्ति को गिरफ्तार किए जाने के बाद कैसे छोड़ दिया गया। अवधेश मंडल के आपराधिक इतिहास के बारे में सबको पता है। पुलिस को अतिरिक्त सतर्कता बरतनी चाहिए थी।
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इस बारे में भाजपा नेता और पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने कहा कि, क्या पुलिस से जबरदस्ती अपराधी को छुड़ा लेना कानून का राज है। लगता है अपराधियों को फ्री लाइसेंस मिल गया है। क्या इसी तरह से सीएम नीतीश कुमार राज्य में कानून व्यवस्था का राज लाना चाहते हैं। राजनीतिक दबाव के चलते पुलिस का उत्साह कमजोर पड़ गया है।
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