कुछ दिन पहले बॉलीवुड अभिनेता मनोज बाजपेयी का एक भोजपुरी रैप काफी लोकप्रिय हुआ था, उसका नाम था ‘मुंबई में का बा?’ इसके बाद भोजपुरी का एक और गीत सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, इसका नाम था – बिहार में का बा? बिहार चुनाव की वजह से यह गीत सोशल मीडिया पर वायरल है। इसके बोल कुछ इस तरह हैं – ‘बिहार में का बा, कोरोना से बीमार बा, बाढ़ से बदहाल बा। भरी जवानी में मंगरुवा चलत ठेगुरवा चाल बा। अरे का बा, बिहार में का बा। 15 साल चचा रहलन, 15 साल पप्पा। तबो ना मिटी बेरोजगारी का ठप्पा। जब जब सइया होले मोर अरब के रवाना, तब तब जियरा खोजे एहो इहा कारखाना। बोला का बा।’
इस गाने को कैमुर जिले की रहने वाली नेहा सिंह राठौर ने गाया और लिखा भी है। नेहा साल 2018 से लोकगीत गा रही हैं, लेकिन बिहार चुनाव आते ही उनके गानों को सोशल मीडिया पर बहुत अच्छा रिस्पॉन्स मिला है और फेसबुक और ट्विटर पर उनके फॉलोवर्स की संख्या बढ़ गई है। नेहा के उस गाने को कई विपक्षी बड़े नेताओं ने भी शेयर किया। नेहा का कहना है कि उन्होंने कभी भी गाना वायरल होने के मकसद से गाने को नहीं लिखा, हां वो जन समाज की आवाज बनना चाहती हैं, इसलिए उनसे जुड़े मुद्दों पर गाने लिखती हैं।
नेहा ने कहा कि जो लोग अपनी बात रखने से डरते हैं, वो उनके लिए गाना लिखती हैं और सरकार तक अपने गाने के माध्यम से उनकी बातें पहुंचाती हैं। नेहा का कहना है कि सरकार को चुनौती देने वाले गानों को लिखने में डर नहीं लगता क्योंकि मुझे लोकतंत्र का नियम पता है। नेहा सिंह राठौर ने एक गाना बेरोजगारी पर भी गाया था, जिसे प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन के समय कई लोगों ने सोशल मीडिया पर शेयर किया था।
बिहार में ई बा
नेहा के ‘बिहार में का बा’ को लेकर राजनीतिक दलों में खूब प्रतिक्रिया दिख रही है। दूसरी ओर बिहार की अन्य एक लोकगायिका मैथिली ठाकुर ने ‘बिहार में ई बा’ शीर्षक से गीत गाया है और अपना वीडियो सोशल मीडिया पर जारी किया है। मैथिली ने वीडियो में यह बताया है कि हर गांव में सड़क और 24 घंटे बिजली है। जो स्कूल झोपड़ी में चल रहे थे, वे अब पक्के मकान में हैं। मिथिला में दरभंगा हवाई अड्डा है। वहीं एम्स भी बन रहा है।