भारतीय जनता पार्टी ने भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह को पार्टी से निकाल दिया है। पवन सिंह बिहार की काराकाट लोकसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। पवन सिंह को पार्टी से निकालने का आदेश बिहार भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी के आदेश पर जारी हुआ है। पवन सिंह पर आरोप है कि वह एनडीए के अधिकृत प्रत्याशी के विरुद्ध चुनाव लड़ रहे हैं और उनका यह कार्य दल विरोधी है।

उपेंद्र कुशवाहा के खिलाफ चुनाव लड़ रहे पवन सिंह

काराकाट लोकसभा सीट बीजेपी ने राष्ट्रीय लोक मोर्चा को दी है। यहां से उसके अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा चुनाव लड़ रहे हैं। ऐसे में एनडीए कैंडिडेट के खिलाफ ही पवन सिंह चुनाव लड़ रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार यानी 25 मई को काराकाट में चुनावी जनसभा भी करेंगे और इस दौरान वह उपेंद्र कुशवाहा के लिए वोट मांगेंगे।

पवन सिंह को भाजपा ने पहले पश्चिम बंगाल की आसनसोल लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया था। लेकिन उन्होंने तीन दिन बाद ही चुनाव न लड़ने की बात कह कर टिकट वापस कर दिया। पवन सिंह बिहार की काराकाट लोकसभा से टिकट मांग रहे थे। हालांकि इसके बाद पार्टी ने आसनसोल से दूसरे उम्मीदवार को टिकट दिया और फिर पवन सिंह ने निर्दलीय नामांकन भर दिया।

पवन सिंह की मां ने भी दाखिल किया था नामांकन

बता दें कि पवन सिंह की मां प्रतिमा देवी ने भी नामांकन दाखिल किया था लेकिन उन्होंने इसे वापस ले लिया। पवन सिंह को डर था कि उनका नामांकन ख़ारिज हो सकता है और इसीलिए उनकी मां ने नामांकन किया था। लेकिन अब पवन सिंह का नामांकन एक्सेप्ट हो गया है और उनकी मां भी मैदान से हट गईं हैं।

बता दें कि काराकाट में उपेंद्र कुशवाहा के खिलाफ महागठबंधन की ओर से सीपीआईएम के टिकट पर राजाराम चुनावी मैदान में टक्कर दे रहे हैं। इसके साथ ही भोजपुरी फिल्म अभिनेता पवन सिंह ने भी निर्दलीय इस सीट से ताल ठोक कर मुकाबला को और रोमांचक कर दिया है। जब से कारकाट से पवन सिंह ने नामांकन दाखिल किया, उसके बाद से ही एनडीए में बेचैनी थी।