Bharata Jodo Yatra: जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला (Farooq Abdulla) ने गुरुवार (19 जनवरी, 2023) को एक अजीबोगरीब बयान देकर विवाद खड़ा कर दिया। जम्मू-कश्मीर में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान उन्होंने राहुल गांधी की तुलना हिंदू वैदिक दार्शनिक आदि शंकराचार्य (Adi Shankaracharya) से की। इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद भी राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की तुलना भगवान राम से कर चुके हैं।

जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) के लखनपुर में जनसभा को संबोधित करते हुए नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि शंकराचार्य पहले ऐसे व्यक्ति थे, जिन्होंने कन्याकुमारी से कश्मीर तक यात्रा की और इसी तरह राहुल गांधी फिर से ऐसा कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया कि भारत जोड़ो यात्रा का उद्देश्य भारत को एकजुट करना है और जो इसके खिलाफ हैं वे देश और मानवता के दुश्मन हैं।

‘सदियों पहले शंकराचार्य यहां आए थे’

फारूक अब्दुल्ला ने कहा, ‘सदियों पहले शंकराचार्य पहली बार यहां आए थे। वे तब चले थे जब सड़कें नहीं थीं, जंगल थे। वे कन्याकुमारी से कश्मीर तक चले थे। अब्दुल्ला ने कहा कि वैसी यात्रा करने वाले राहुल गांधी दूसरे व्यक्ति हैं। वो भी कन्याकुमारी से कश्मीर पहुंचे हैं।

नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख ने आगे कहा कि भारत जोड़ो यात्रा का उद्देश्य भारत को एकजुट करना है। उन्होंने कहा कि भारत में नफरत पैदा की जा रही है। धर्म के नाम पर एक-दूसरे को लड़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गांधी और राम का भारत वह था जहां हम सभी धर्म के बावजूद एक थे। भारत जोड़ो यात्रा यही कोशिश कर रही है। भारत को एकजुट करने के लिए।

यह उल्लेख करना उचित है कि आदि शंकराचार्य ने अद्वैत वेदांत के ज्ञान और दर्शन को प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और भगवद गीता, उपनिषदों और ब्रह्मसूत्रों के सिद्धांतों को भी पढ़ाया। उन्हें एक दार्शनिक के रूप में पहचाना जाता था और एकता और आध्यात्मिकता पर उनके पाठों की सराहना की जाती है।

यह वही गुपकार इकोसिस्टम है, जिसने लाल चौक पर तिरंगा फहराने से मना कर दिया था: शहजाद पूनावाला

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूख अब्दुल्ला पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस नेता ने ‘हिंदू आतंकवाद’ और ‘भगवा आतंक’ शब्द गढ़े, वह राहुल गांधी की तुलना शंकराचार्य से कर रहे हैं।

पूनावाला ने कहा कि फारूक अब्दुल्ला ने पाकिस्तान के साथ वार्ता और बातचीत की वकालत करके कश्मीरी हिंदुओं के घावों पर नमक छिड़का है। वही पाकिस्तान आतंकवाद, इस्लामवादी जिहाद और कश्मीरी पंडितों के नरसंहार के लिए जिम्मेदार है। यह वही गुपकार कांग्रेस इकोसिस्टम है, जिसने लाल चौक पर तिरंगा फहराने से इनकार कर दिया था।