भाजपा और संघ परिवार ने 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए अपनी तैयारी तेज कर दी है। वहीं, दूसरी ओर उत्तर प्रदेश कांग्रेस इस मुश्किल में है कि समारोह में शामिल हो या नहीं। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) ने अभी तक श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा अपने तीन शीर्ष नेताओं कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और लोकसभा में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी को 22 जनवरी के आयोजन के लिए दिए गए निमंत्रण पर अपना रुख स्पष्ट नहीं किया है।

यूपी कांग्रेस ब्राह्मण जैसे समुदायों को शामिल करते हुए अपने पुराने समर्थकों तक पहुंच बना रही है, जो राज्य की आबादी का लगभग 12% हिस्सा है। इस एजेंडे पर चलते हुए पार्टी सॉफ्ट हिंदुत्व में शामिल होती दिख रही है और साथ ही संतुलन साधने की भी कोशिश कर रही है। 20 दिसंबर को, यूपी कांग्रेस कमेटी (UPCC) के प्रमुख अजय राय ने सहारनपुर के मां शाकंबरी देवी मंदिर से पार्टी की यूपी जोड़ो यात्रा शुरू की, जहां उन्होंने अपनी यात्रा शुरू करने से पहले पूजा-अर्चना की। जब यात्रा देवबंद से गुजरी तो अजय राय ने अन्य लोगों के अलावा मुस्लिम मौलवियों से भी मुलाकात की।

यूपी की यात्रा पर अजय राय

अजय राय ने यात्रा के पहले चरण को सीतापुर के नैमिषारण्य में प्रसिद्ध हिंदू तीर्थ स्थल पर समाप्त करने की योजना बनाई थी, लेकिन अंततः यह 6 जनवरी को लखनऊ के शहीद स्मारक में समाप्त हुई, जहां एआईसीसी के यूपी प्रभारी महासचिव अविनाश पांडे भी मौजूद थे। शहीद स्मारक का दौरा करने से पहले, पांडे, जो हाल ही में खड़गे द्वारा यूपी का प्रभार सौंपे जाने के बाद यूपी की अपनी पहली यात्रा पर थे ने लखनऊ में हनुमान मंदिर में पूजा की। बाद में उन्होंने यूपीसीसी मुख्यालय का दौरा किया और राज्य के पार्टी नेताओं के साथ बैठकें कीं।

15 जनवरी को अयोध्या जाएंगे कांग्रेस नेता

अगले दिन, अविनाश पांडे ने घोषणा की कि वह पार्टी के कई नेताओं के साथ 15 जनवरी को राम मंदिर में दर्शन और प्रार्थना के लिए अयोध्या का दौरा करेंगे। इन नेताओं में राय, पीएल पुनिया, प्रमोद तिवारी, कांग्रेस विधायक दल की नेता आराधना मिश्रा, पूर्व यूपीसीसी प्रमुख अजय कुमार लल्लू और बृज लाल खाबरी शामिल हैं। पांडे ने मीडियाकर्मियों को बताया कि हालांकि उन्होंने पहले अयोध्या मंदिर जाने की योजना बनाई थी, पार्टी की बैठक के दौरान कई दिग्गज नेताओं ने भी उनके साथ शामिल होने की इच्छा व्यक्त की, जिससे एक नए कार्यक्रम को अंतिम रूप देने का निर्णय लिया गया।

यूपीसीसी सूत्रों ने कहा कि 100 से अधिक पार्टी नेताओं ने 15 जनवरी को अयोध्या जाने और मौजूदा अस्थायी मंदिर में विराजमान राम लला की पूजा करने की इच्छा व्यक्त की है। भाजपा पर अप्रत्यक्ष रूप से निशाना साधते हुए अविनाश पांडे ने दावा किया कि जहां कांग्रेस आस्था का सम्मान कर रही है, वहीं कुछ लोग आस्था का राजनीतिकरण कर रहे हैं।