जम्मू-कश्मीर में बीजेपी अपना खाता खोलने का प्लान बना रही है। पार्टी की नजर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) के नेता मुजफ्फर हुसैन बेग पर है। बीजेपी ने जम्मू-कश्मीर में भाषाई पहाड़ी समुदाय को अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने के फैसला किया है।

केंद्र सरकार के इस फैसले के बाद जम्मू-कश्मीर के पूर्व उपमुख्यमंत्री मुजफ्फर बेग के राजनीतिक करियर को एक नई उम्मीद दी है। बीजेपी ने उस रणनीति का खुलासा कर दिया है जिसके जरिए वह पहली लोकसभा सीट जीतने का दावा कर रही है। बता दें कि उधमपुर और जम्मू लोकसभा सीटें फिलहाल भाजपा के पास हैं।

बेग पिछले हफ्ते जम्मू में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की सार्वजनिक रैली में शामिल हुए थे। उनके रैली में शामिल होने पर राजनीतिक पार्टियों ने हैरानी जताई थी। इसके बाद उन्होंने यह कहकर सभी को हैरान कर दिया कि अब वे पीडीपी का हिस्सा नहीं हैं। वे पीडीपी के संस्थापक सदस्य रहे हैं।

कुछ दिन पहले ही वे पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती के साथ कश्मीर के बिजबेहरा में पार्टी के संस्थापक मुफ्ती मोहम्मद सईद की नौवीं बरसी पर उनके कब्र पर गए थे। उस समय बेग ने कहा कि उन्होंने पीडीपी नहीं छोड़ी है बल्कि “निष्क्रिय” हैं।

दरअसल, पीडीपी में लौटने से पहले बेग मार्च 2021 में पीपल्स कॉन्फ्रेंस में शामिल हुए थे। हालांकि वे कुछ महीने बाद ही उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया। माना जा रहा है कि जम्मू-कश्मीर में केंद्र द्वारा पहाड़ियों को एसटी देने से बेग को बीजेपी के साथ साझेदारी में अधिक लाभ मिलेगा। बीजेपी को चुनाव जीतने के लिए पहाड़ियों का समर्थन चाहिए क्योंकि यहां पुंछ और राजौरी में उनका अच्छा- खासा प्रभाव है।

बीजेपी को जीत के लिए हिंदू और पहाड़ी वोट की जरूरत

भाजपा कश्मीर में अपनी पहली लोकसभा सीट जीत के लिए हिंदू और पहाड़ी वोट की जरूरत है। जम्मू-कश्मीर में बीजेपी के लिए यह जीत महत्वपूर्ण होगी। इसके अलावा बारामूला सीट पर भी बड़ी संख्या में पहाड़ी आबादी है।

पहाड़ी नेताओं का कहना है कि उन्हें एसटी का दर्जा देने के के लिए भाजपा के आभारी हैं। हालांकि लोकल नेताओं को लगता है कि अगर वे खुलकर बीजेपी की समर्थन करते हैं तो उन्हें विधानसभा चुनावों में नुकसान पहुंचेगा।

संभावना जताई जा रही है कि बेग बीजेपी के समर्थन में निर्दलीय चुनाव लड़ सकते हैं। हालांकि पहाड़ी नेता चाहते हैं कि बेग को अनंतनाग से चुनाव लड़ाया जाए। वहीं इस बीच पीपुल्स कॉन्फ्रेंस ने घोषणा किया कि सज्जाद लोन बारामूला से चुनाव लड़ेंगे।

इस घोषणा के बाद बेग के लिए वहां से चुनाव लड़ना मुश्किल होगा क्योंकि चुनावी मैदान में दोनों के उतरने से पहाड़ी वोट बंट जाएंगे। अब आने वाले दिनों में पता चलेगी कि बेग कहां से चुनाव लड़ते हैं।