दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Delhi CM Arvind Kejriwal) ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Congress President Mallikarjun Kharge and Rahul Gandhi) से मिलने का समय मांगा है। अरविंद केजरीवाल केंद्र सरकार द्वारा लाए गए अध्यादेश के खिलाफ कांग्रेस से समर्थन मांगेंगे, ताकि राज्यसभा (Rajyasabha) में बिल पास ना हो। वहीं अब इस मामले पर दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अनिल चौधरी (Delhi Congress President Anil Chaudhary) ने बड़ा बयान दिया है।

अनिल चौधरी ने कहा कि इस मुद्दे पर फैसला कांग्रेस आलाकमान लेगा। अनिल चौधरी ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा, “पूर्व में जिस स्तर पर जाकर अरविंद केजरीवाल ने अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया है उस पर उनको एहसास होना चाहिए। दूसरी बात यह है जब पूरा विपक्ष भाजपा (BJP) के खिलाफ खड़ा था, तब अरविंद केजरीवाल उनका गुणगान कर रहे थे। लेकिन वर्तमान में जो परिस्थिति बनी है, जो अध्यादेश आया है उस पर उन्होंने समय मांगा है, तो इसका निर्णय लीडरशिप लेगा। अब उसको स्वीकार करेंगे या अस्वीकार करते हैं ये उनको ही तय करना है।”

इसके अलावा अनिल चौधरी ने कहा कि नेतृत्व को याद रखना चाहिए कि अरविंद केजरीवाल को गलती का एहसास है या नहीं है। वहीं पत्रकार ने पूछा कि आज क्या कांग्रेस अध्यक्ष की अरविंद केजरीवाल के साथ मुलाकात होनी है? इस पर अनिल चौधरी ने कहा, “यह शीर्ष नेतृत्व तय करेगा कि वह किस से मुलाकात करते हैं। अगर देश के परिपेक्ष में कोई निर्णय लिया जाता है तो उसका स्वागत है। लेकिन अरविंद केजरीवाल को अपनी गलती का एहसास होना चाहिए।”

अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को पत्र लिखकर उनसे समय मांगा था। अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट करते हुए लिखा था, “भाजपा सरकार द्वारा पारित अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक अध्यादेश (Ordinance) के खिलाफ संसद में कांग्रेस का समर्थन लेने और संघीय ढांचे और मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर सामान्य हमले पर चर्चा करने के लिए आज सुबह कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे जी और राहुल गांधी जी से मिलने का समय मांगा है।”

बता दें कि इसके पहले अरविंद केजरीवाल पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात कर चुके हैं। इन नेताओं ने अरविंद केजरीवाल को अपना समर्थन भी दे दिया है।