22 जनवरी 2024 को हुए राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम के लिए कई विपक्षी दलों के नेताओं को आमंत्रित किया गया था। हालांकि कोई विपक्षी नेता न तो कार्यक्रम में गया और न ही अब तक मंदिर में रामलला के दर्शन करने गया था। इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल को लेकर खबर आई है कि वे सोमवार को अयोध्या में रामलला के दर्शन करने अयोध्या जाएंगे। अरविंद केजरीवाल अपने पूरे परिवार के साथ जाएंगे और उनके साथ पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी जाएंगे।
बता दें कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद को 22 जनवरी को आयोजित प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए आमंत्रण नहीं मिला था। उन्होंने यह भी कहा था कि वह अपने परिवार के साथ राम मंदिर जाकर रामलला के दर्शन करना चाहते हैं और मौका मिलते ही अयोध्या जाएंगे। हालांकि केजरीवाल के अलावा जिन विपक्षी नेताओं को आमंत्रण मिला था वे भी नहीं आए थे। अरविंद केजरीवाल ने इस दौरान दिल्ली में सुंदरकांड का आयोजन भी करवाया था।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों 22 जनवरी को अयोध्या में बने भगवान श्रीराम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी। इस दौरान कार्यक्रम में फिल्म खेल धर्म के क्षेत्र से जुड़े अनेको प्रतिष्ठित लोगों को भी आमंत्रित किया गया था। इसके बाद आम जनता के लिए भी राम मंदिर को खोल दिया गया है। तब से लेकर अब तक लाखों लोग राम मंदिर में आकर रामलला के दर्शन कर चुके।
हाल ही में अयोध्या पहुंचे थे सभी विधायक
हाल ही में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सभी बीजेपी विधायकों के साथ अयोध्या में भगवान रामलला के दर्शन करने पहुंचे थे। इस दौरान उनके साथ कांग्रेस, बीएसपी, सुभासपा और राष्ट्रीय लोक दल के विधायक भी दर्शन करने पहुंचे थे। इस दौरान समाजवादी पार्टी के विधायक नहीं पहुचे थे।
सपा विधायकों ने कार्यक्रम से बनाई दूरी
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने सपा विधायकों और नेताओं के राम मंदिर न जाने को लेकर कहा कि वे अपने परिवारवालों के साथ अयोध्या जाएंगे और रामलला के दर्शन करेंगे। विधायकों की इस यात्रा में सपा द्वारा बनाई गई दूरी को लेकर यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक ने नाराजगी जताई है। बता दें कि राम मंदिर के मुद्दे पर लगातार बीजेपी समाजवादी पार्टी पर हमलावर रही है।