गुजरात के निकाय चुनावों में अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने शानदार प्रदर्शन किया है। वहीँ सूरत में कांग्रेस का सूपड़ा साफ़ हो गया है। “आप” ने सूरत के 27 सीटों पर जीत हासिल की है। साथ ही आप सूरत के नगर निगम चुनाव में भाजपा के बाद दूसरे नंबर की पार्टी बन गयी है। हालाँकि भाजपा ने राज्य के सभी 6 महानगर पालिकाओं पर अपना कब्ज़ा कर लिया है। इसके अलावा असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने भी निकाय चुनावों में ठीक ठाक प्रदर्शन किया।

गुजरात निकाय चुनावों में पिछली बार प्रमुख विपक्षी पार्टी रही कांग्रेस को जबरदस्त झटका मिला है। आम आदमी पार्टी ने भाजपा का गढ़ रही सूरत महानगरपालिका में 27 सीटों पर अपना कब्ज़ा जमाया है जबकि कांग्रेस का इस बार खाता भी नहीं खुल पाया है। वहीँ भाजपा ने सूरत की कुल 120 सीटों में से 93 सीटों पर उपस्थिति दर्ज करायी है। साथ ही ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने भी अहमदाबाद की चार सीटों पर जीत हासिल की है।

इस निकाय चुनाव में 22 साल की पायल पाटीदार सबसे कम उम्र की पार्षद बनी हैं। पायल आम आदमी पार्टी के टिकट पर सूरत के वार्ड नंबर 16 से उम्मीदवार थीं। आम आदमी पार्टी ने सूरत में शानदार प्रदर्शन किया है। गुजरात निकाय चुनाव में आम आदमी पार्टी की अप्रत्याशित जीत पर आप नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि पार्टी ने गुजरात में पहली बार निकाय चुनाव लड़ा और वहां से चौंकाने वाले नतीजे सामने आये हैं।

गुजरात की सभी छह महानगर पालिकाओं पर भाजपा का कब्ज़ा हो गया है। भाजपा ने अहमदाबाद की 192 सीटों में से 101 सीटों पर, राजकोट की 72 में से 64 सीटों पर और सूरत की 93 सीटों पर जीत दर्ज की है। वहीँ भाजपा ने वडोदरा नगरनिगम के 76 में से 66 सीटों पर भी अपनी जीत दर्ज की है।

गुजरात के स्थानीय निकाय चुनाव में भाजपा की बड़ी जीत के बाद कार्यकर्ताओं में काफी जश्न का माहौल है। पार्टी अहमदाबाद में विजयी जश्न की तैयारियों में जुटी हुई है। इसके लिए गृह मंत्री अमित शाह भी अहमदाबाद पहुँच चुके हैं। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने नगर निगम चुनावों में पार्टी की जीत के बाद मतदाताओं का धन्यवाद किया है। विजय रुपाणी ने कहा कि एंटी-इनकंबेंसी गुजरात में लागू नहीं होती है।