पूर्व राष्ट्रपति भारत रत्न डॉ. ए पी जे अब्दुल कलाम का पार्थिव देह बुधवार दोपहर उनके पैतृक गृह नगर तमिलनाडु के रामेश्वरम ले जाया जाएगा। यहां गुरूवार सुबह 11 बजे पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। देश भर में मिसाइलमैन के नाम से मशहूर डॉ.कलाम का सोमवार शाम को शिलांग में भारतीय प्रबंधन संस्थान में व्याख्यान देते समय दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था।
देश ने मंगलवार को पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम को श्रद्धांजलि दी और सभी राजनीतिक दलों के नेताओं और विभिन्न क्षेत्रों की हस्तियों ने उन्हें ‘सच्चा सपूत’ और ‘दुर्लभ रत्न’ कहते हुए अत्यंत आत्मीय ढंग से याद किया।
वीडियो में देखें…
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अनेक गणमान्य लोगों ने 83 वर्षीय कलाम को श्रद्धांजलि दी जिनकी पार्थिव देह शिलांग से यहां लाई गयी। उनका सोमवार रात शिलांग में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था। कलाम का अंतिम संस्कार तमिलनाडु में उनकी जन्मस्थली रामेश्वरम में पूरे सैन्य सम्मान के साथ 30 जुलाई को किया जायेगा।
Also Read- भारत रत्न एपीजे अब्दुल कलाम (1931-2015): मौत भी मिटाने में नाकाम
कलाम की पार्थिव देह पहले शिलांग से गुवाहाटी लाई गयी और गुवाहाटी से भारतीय वायुसेना के विशेष विमान से यहां लाई गयी। पालम टेक्निकल एरिया के टरमक पर तिरंगे में लिपटी उनकी पार्थिव देह को एक डेक पर रखा गया और गणमान्य लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।
यह भी पढ़ें…
पूर्व राष्ट्रपति के पार्थिव शरीर को उनके 10, राजाजी मार्ग स्थित आवास पर ले जाने से पहले उन्हें तीनों सेनाओं ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया और राष्ट्रपति तथा अन्य महानुभाव ने मौन रख कर दिवंगत आत्मा की शांति के लिये प्रार्थना की।
PHOTOS: ‘Missile Man’ अब्दुल कलाम की 10 खास बातें…
आज अपराह्न तीन बजे से कलाम की पार्थिव देह को उनके आवास पर रखा गया है जहां बड़ी संख्या में लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। हवाईअड्डे से फूलों से सजे वाहन पर कलाम की पार्थिव देह को 12 किलोमीटर दूर उनके आवास तक लाया गया। सरकार ने पूर्व राष्ट्रपति के निधन पर सात दिन का राजकीय शोक घोषित किया है।

